Ratan Tata Net Worth: भारत के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा नहीं रहे. उन्होंने बुधवार रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली. रतन टाटा उद्योग जगत ही नहीं बल्कि देश और दुनिया के गरीबों के दिलों पर भी राज करते थे. वह जितना कमाते थे उसका ज्यादातर हिस्सा समाज और गरीबों के कल्याण के लिए दान दे दिया करते थे. बावजूद इसके रतन टाटा अपने पीछे इतनी संपत्ति छोड़ गए हैं जिससे कई बड़ी इंडस्ट्रीज को आसानी से खोला जा सकता है.
28 दिसंबर 1937 को जन्मे रतन टाटा ने मार्च 1991 से 28 दिसंबर 2012 तक टाटा समूह के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली और इस दौरान पूरे टाटा समूह को शिखर तक पहुंचाया. हालांकि 2016-2017 में वह एक बार फिर से टाटा समूह की कमान संभालने को आगे आए. हालांकि इसके बाद वह समूह के मानद चेयरमैन की भूमिका में दिखाई दिए. रतन टाटा ने दान के बाद भी अपने पीछे अरबों रुपये की संपत्ति छोड़ी है.
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जानें अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गए रतन टाटा
उद्योगपति रतन टाटा की सपंत्ति की अगर बात करें तो वह अरबों रुपये में है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दो साल पहले यानी साल 2022 में उनके पास कुल 3800 करोड़ रुपये की संपत्ति थी. रतन टाटा आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडियन रिच लिस्ट में 421वें स्थान पर थे. दरअसल, पिछले साल एक जानकारी सामने आई थी जिसके मुताबिक, 31 जुलाई 2023 तक टाटा इंटरप्राइजेज पब्लिक लिस्टेड कंपनी है, जिसका कुल टर्न ओवर 300 बिलियन डॉलर है. जो भारतीय रुपयों में 24 ट्रिलियन होता है.
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सबसे बड़े दानवीर थे रतन टाटा
रतन टाटा भारत के दिग्गज उद्योगपति ही नहीं बल्कि सबसे बड़े दानवीरों में से भी एक थे. उन्होंने समाज के उत्थान के लिए तमाम काम किए और जमकर दान भी दिया. कोरोना काल में भी रतन टाटा ने देश की खूब मदद की थी. जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी तब भारत भी हेल्थ संकट से लड़ रहा था. ऐसे में रतन टाटा ने 1500 करोड़ रुपये देकर देश की मदद की थी. इसमें से 500 करोड़ रुपये उन्होंने सीधे पीएम केयर फंड में जमा कराए थे.
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बता दें कि रतन टाटा अपनी आमदनी का एक बड़ा हिस्सा दान करते थे. जिसके चलते उनकी नेटवर्थ सिर्फ 3800 करोड़ रुपये है. जो उनके कद और कंपनी के कारोबार के हिसाब से कुछ नहीं है. ऐसा माना जाता है कि अगर रतन टाटा कंपनियों में बराबर की हिस्सेदारी रखते, साथ ही दान न करते तो शायद वह देश के सबसे अमीर इंसान होते.