गोवा में ट्रैफिक पुलिस पर पर्यटकों को परेशान करने का मामला सामने आया है. इस मामले को लेकर भाजपा के तीन विधायकों ने गोवा के पुलिस प्रमुख से मुलाकात की.उन्होंने पुलिस चीफ को बताया कि पर्यटक पुलिस द्वारा बार-बार रोके जाने से परेशान हैं. बता दें, गोवा प्राकृतिक खूबसूरतियों से पूर्ण एक राज्य है. यहां के समुद्री तट और नाइटलाइफ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. गोवा के वाटर स्पॉर्ट्स सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. हालांकि, पिछले कुछ वक्त से गोवा का पर्यटन उद्योग काफी संघर्ष कर रहा है. क्योंकि गोवा आने वाले पर्यटकों और खासकर विदेशी पर्यटकों में कमी दर्ज की गई है. गोवा के विधायकों का आरोप है कि ट्रैफिक पुलिस पर्यटकों को परेशान करती है. बता दें, गोवा पुलिस चीफ से मिले विधायकों में भाजपा माइकल लोबो, केदार नाइक और डेलिलाह लोबो शामिल थे.
पुलिस प्रमुख से क्या बोले विधायक
विधायकों ने पुलिस प्रमुख को बताया कि दस्तावेज पूरे होने के बावजूद बाइक चलाने को पर्यटकों को खासतौर पर ट्रैफिक पुलिस रोकती है. बेवजह की रोका-टोकी से पर्यटकों को देरी होती है, उन्हें जुर्माना भी भरना पड़ जाता है. इन सबके साथ पर्यटकों को मानसिक प्रताड़ना भी झेलनी पड़ती है. इससे पर्यटकों का अनुभव बेकार होता है. पुलिस का यह रवैया गोवा की पर्यटक-अनुकूल छवि को नुकसान पहुंचा रहा है.
पुलिस चीफ से मिलने के बाद विधायकों ने बताया कि हमने डीजीपी को एक पत्र सौंपा है. अगर कोई स्पष्ट उल्लंघन होता है तो पर्यटकों को रोकना चाहिए. हमें एक सिस्टम बनाने की जरूरत है, जिससे पर्टयकों को एक ही बार रोका जाए. विधायकों ने बताया कि ओल्ड गोवा से मंगेशी तक पर्यटकों को कम से कम नौ बार रोका जाता है. वहीं, बागा से कलंगुट और कैंडोलिम तक पर्यटकों को छह बार रोका जाता है.
पर्यटकों के अनुभव हो रहे खराब- कांग्रेस
वहीं, पर्यटकों के साथ पुलिस की बर्बरता पर विपक्ष ने सवाल खड़ा किया है. गोवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष सुनील कवथंकर ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस, जो आमतौर पर सड़क पर यातायात को संभालने के लिए होती है, वे अब हर पर्यटक वाहन को रोक रही हैं. यह न केवल पर्यटकों के अनुभव को खराब कर रहा है, बल्कि पर्यटन उद्योग पर भी बुरा असर डाल रहा है. जब हम अन्य राज्यों में यात्रा करते हैं, तो वहां की पुलिस आमतौर पर पर्यटकों के वाहनों को इस तरह से नहीं रोकती, जिससे वहां का माहौल पर्यटकों के पक्ष में होता है. उन्होंने आगे कहा कि इस समस्या को लेकर खुद सरकार के तीन विधायकों ने हाल ही में पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की. उन्होंने इस सख्ती को रोकने की मांग की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सत्ताधारी पार्टी के विधायक खुद इस स्थिति से परेशान हैं. जब विधायकों को पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ कदम उठाना पड़ता है, तो यह प्रशासनिक व्यवस्था में गंभीर समस्याओं का संकेत देता है.
गोवा के पर्यटन उद्योग पर आर्थिक असर
विधायकों का कहना है कि गोवा का पर्यटन विभाग पहले से ही कम फुटफॉल से परेशान है. विदेशी पर्यटकों की संख्या में काफी गिरावट आई है. इससे स्थानियों, होटलों और व्यापारियों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. गोवा पुलिस ने पिछले साल पर्यटकों से लाखों रूपये जुर्माने के वसूले, इसे वजह से सैलानियों को लग रहा है कि इनकी सिर्फ पैसे कमाने की योजना है.
सिस्टम बदला जाए, मुख्यमंत्री को जानकारी देंगे विधायक
विधायकों की मांग है कि पुलिस को चेकिंग सिस्टम में बदलाव किया जाए. विधायकों ने क्यूआर सिस्टम लागू करने का सुझाव दिया है. जिससे पुलिस आसानी से पर्यटकों के दस्तावेज चेक कर पाएगी. उन्हें बार-बार रोका नहीं जाएगा. इससे पर्यटकों का अनुभव बेहतर होगा. विधायकों का कहना है कि वे सीएम को भी इसकी जानकारी देंगे. क्योंकि, मुख्यमंत्री ने विधानसभा में आश्वस्त किया था कि पर्यटकों को परेशान नहीं किया जाएगा.