(रिपोर्ट- राहुल डबास)
कोरोना वायरस खत्म होने के बाद से ही पंजाब को बर्बाद करने के लिए ड्रोन के जरिए ड्रग्स पहुंचने की साजिश में तेजी आई है. इसमें ड्रग्स के नेटवर्क के लिए कनाडा में बैठे हुए मास्टरमाइंड का सहारा लिया जाता है, ड्रोन मेड इन चीन फूजियन से आते हैं यह वही फुजियां है जहां चीन के मौजूदा राष्ट्रपति का जन्म हुआ. वहीं ड्रग्स अफगानिस्तान के रास्ते पहले पाकिस्तान और फिर ड्रोन के जरिए भारत पहुंच जाते हैं. खास बात यह है कि अब ड्रग्स के साथ-साथ हल्के हथियार भी ड्रोन के जरिए सीमा पार करने की पाकिस्तान की नापाक कोशिश है.
2022 में बीएसएफ ने पंजाब से 22 जून किया बरामद
2022 में बीएसएफ ने पंजाब से 22 जून किया बरामद. 2023 में वक्त किए गए ड्रोन की संख्या हुई 107. अक्टूबर 2024 तक 206 ड्रोन अभी तक मार गिराए गए या कब्जे में लिए गए.बीते तीन सालों में ड्रोन के जरिए ड्रग्स पहचाने की वेट केयरिंग कैपेसिटी भी बढ़ी है
बीएसएफ भी कई मोचन पर मुस्तैद
ड्रोन वाली साजिश को परास्त करने के लिए बीएसएफ भी कई मोचन पर मुस्तैद है. जहां लाइट मशीन गन के जरिए गोलियां चलाकर ड्रोन को हार्ड किल करके गिराया जाता है, वहीं सिग्नल जमीन तकनीक से सॉफ्ट किल का सहारा भी लिया जा रहा है. पंजाब पुलिस और बीएसएफ अंतर्राष्ट्रीय सीमा के 50 किलोमीटर के क्षेत्र में खासतौर पर अमृतसर और तरणतारण जिलों के अंदर संयुक्त अभियान भी चल रही है ,जिससे ड्रगस डिलीवरी के वक्त ही ड्रोन को पकड़ा जा सके.