त्रिपुरा बीते कई दिनों से मौसम की मार झेल रहा है. 19 अगस्त में प्रदेश बाढ़ में डूबा हुआ है. बाढ़ से अब तक करीब 26 लोगों की मौत हो गई है. 1.7 लाख लोग बाढ़ के कारण बेघर हो गए हैं. इस बीच मुख्यमंत्री माणिक साहा ने अपने एक माह के वेतन को राहत कोष में देने की घोषणा की है. एक्स पर उन्होंने इसकी जानकारी दी. उन्होंने एक्स पर कहा कि मैं बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत देना चाहता हूं. इस उद्देश्य से मैं मुख्यमंत्री राहत कोष में अपने एक माह का वेतन दान करता हूं.
पीएम मोदी ने की बात
एक दिन पहले माणिक साहा ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ की स्थिति के बारे में उनसे बात की. उन्होंने संकट में फंसे लोगों के लिए सहयोग करने का आश्वासन दिया. साहा न एक्स पर इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की. राज्य की बाढ़ के हालात पर उन्होंने विस्तार से चर्चा की. संकट की घड़ी में उन्होंने त्रिपुरा के लोगों को राहत देने का आश्वासन दिया है. प्रधानमंत्री के उदार व्यवहार के लिए हम आभारी हैं.
शाह ने मंजूर किए 40 करोड़
इससे पहले मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री अमित शाह से भी बात की थी. उन्होंने शाह को बाढ़ की जानकारी दी. शाह ने बाढ़ प्रभावितों के राहत-पुनर्वास के लिए 40 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. सीएम ने इस बीच राज्य के पुननिर्माण के उपायों पर चर्चा करने के लिए सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया. इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ से प्रदेश में करीब 15 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है.
एमसी सरकार ने दिया 20 करोड़
केंद्र के अलावा, मध्य प्रदेश सरकार ने भी प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे त्रिपुरा को 20 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की. एमपी सरकरा ने इसके अलावा, केरल को भी 20 करोड़ रुपये देने की घोषणा की. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को एक्स पर कहा कि मध्य प्रदेश के साथ-साथ देश भर के कई प्रदेश मूसलाधार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं. पिछले कुछ दिनों में केरल और त्रिपुरा इससे सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं.