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महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांत आज भी पूरी दुनिया के लिए प्रासंगिक: गजेंद्र सिंह शेखावत

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांत आज भी पूरी दुनिया के लिए प्रासंगिक हैं. विश्व में जारी रुस-यूक्रेन और गाजा-इजरायल युद्ध जैसे हालातों में गांधीजी के अहिंसा के दर्शन को अपनाकर ही शांति की स्थापना की जा सकती है.

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Mohit Sharma
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Gajendra Singh Shekhawat

गांधीजी की रेल यात्राओं पर आधारित विशेष रेल कोच का अनावरण

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति द्वारा महात्मा गांधी की रेल यात्राओं को समर्पित विशेष रेल कोच का अनावरण किया. यह कार्यक्रम गांधी दर्शन, राजघाट में आयोजित किया गया. इस कोच में गांधीजी की ऐतिहासिक रेल यात्राओं को कलात्मक रूप से दर्शाया गया है, जो उनकी साधारणता और आम जनता से जुड़ाव को उजागर करता है. समारोह की अध्यक्षता पूर्व केंद्रीय मंत्री और गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के उपाध्यक्ष विजय गोयल ने की.

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महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांत आज भी पूरी दुनिया के लिए प्रासंगिक

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांत आज भी पूरी दुनिया के लिए प्रासंगिक हैं. विश्व में जारी रुस-यूक्रेन और गाजा-इजरायल युद्ध जैसे हालातों में गांधीजी के अहिंसा के दर्शन को अपनाकर ही शांति की स्थापना की जा सकती है. उन्होंने गांधीजी की रेल यात्राओं की विशेषता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गांधीजी तृतीय श्रेणी में सफर कर आम जनता से जुड़ते थे. इस संदर्भ में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति ने उनके इस पहलू को समर्पित यह विशेष रेल कोच बनाया है, जिसके लिए समिति की सराहना की जानी चाहिए.

गांधी जी की स्मृतियां भविष्य के भारत के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेंगी

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि गांधीजी ने आजादी के आंदोलन को एक जनांदोलन में बदल दिया और उनकी स्मृतियां भविष्य के भारत के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेंगी. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गांधीजी के स्वच्छता अभियान से प्रेरित होकर देशभर में चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान का भी उल्लेख किया. शेखावत ने कहा कि हमने 11 करोड़ शौचालय बनाकर देश को खुले में शौच से मुक्त किया, जो गांधीजी का सपना था.  विजय गोयल ने अपने संबोधन में गांधीजी के जीवन में रेल यात्राओं के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि 1893 में दक्षिण अफ्रीका में ट्रेन से धक्के देकर बाहर निकाले जाने की घटना ने गांधीजी को रंगभेद और अन्य सामाजिक कुप्रथाओं के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प दिलाया. 

ये लोग भी रहे मौजूद

इस अवसर पर गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के निदेशक डॉ. ज्वाला प्रसाद ने बताया कि समिति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में गांधीजी के सपनों को साकार करने के लिए लगातार काम कर रही है. कार्यक्रम के दौरान रेयान इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों द्वारा मार्च पास्ट, महावीर स्कूल के फ़ैंसी ड्रेस प्रदर्शन, और मिस्टिक स्वर्णा म्यूज़िकल ग्रुप की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने लोगों का मन मोह लिया.

Gajendra Singh Shekhawat
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