प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीन बार से देश के प्रधानमंत्री हैं. देश-दुनिया के सबसे बड़े नेता के रूप में उन्होंने पहचान बनाई है. पीएम मोदी की कैबिनेट भी काफी ज्यादा शक्तिशाली है. गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पीएम मोदी के खास, करीबी और विश्वसनीय साथी हैं. हालांकि, पीएम मोदी के खास, करीबी नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को दिल्ली में डर लगता है. उन्हें दिल्ली आने का मन नहीं करता है. देश का इतना बड़ा नेता और केंद्रीय मंत्री आखिर दिल्ली आने में क्यों डरता है. आइये जानते हैं.
वजह आपको कर देगी हैरान
दरअसल, गडकरी ने मंगलवार को स्वीकार किया कि दिल्ली आने का उनका मन नहीं होता है. उन्होंने कार्यक्रम में इसकी वजह भी बताई. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नागपुर के सांसद ने कहा कि दिल्ली ऐसा शहर है कि मुझे यहां रहना नहीं पसंद है. यहां प्रदूषण के कारण मुझे संक्रमण हो जाता है. दिल्ली आते हुए मुझे हर बार ऐसा लगता है कि दिल्ली जाना चाहिए या फिर नहीं. इतना भयंकर प्रदूषण. मै हर बार संक्रमित हो जाता हूं. गडकरी ने सुझाव दिया कि प्रदूषण को कम करने का सबसे अच्छा तरीका पेट्रोल-डीजल की खपत को कम करना है.
प्रदूषण से निपटने का क्या है तरीका
गडकरी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत हर साल 22 लाख करोड़ रुपये के जीवाश्म ईंधन का आयात करता है. अर्थव्यवस्था और पर्यावरण के नजरिए से यह चुनौतीपूर्ण है. वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देकर हम जीवाश्म ईंधन के आयात को कम कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि भारत के सामने सबसे बड़ी समस्या गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी है. आने वाले वक्त में सरकार को आर्थिक और सामाजिक स्तर पर समानता हासिल करना होगा.
दिल्ली के प्रदूषण का हाल
अभी कुछ दिनों से दिल्ली की हवा में थोड़ा सा सुधार आया है. दिल्ली का एवरेज एक्यूआई 274 देखा गया है. दिल्ली में नवंबर बहुत अधिक भारी रहा. दिल्ली के लोगों को मजबूरन 400 से अधिक एक्यूआई वाले इलाकों में रहना पड़ रहा है.