Kolkata Rape Case: कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई हैवानियत इन दिनों सुर्खियों में है. इस बीच मामले में केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में उन्होंने कहा कि कोलकाता में जो हुआ वह नियंत्रण से बाहर है. अगर राष्ट्रपति और बंगाल के राज्यपाल ने इसमें हस्तक्षेप नहीं किया तो हिंसा भड़क सकती है. नागरिक भड़क सकते हैं. मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अब इस्तीफा देना चाहिए. क्योंकि, 60 दिन हो गए और अब तक वे दोषियों पर कार्रवाई नहीं कर पाईं.
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सीएम ने एक दिन पहले इस्तीफे को लेकर यह बोला
एक दिन पहले, ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान वे काफी इमोशन्ल दिख रहीं थीं. इस दौरान उन्होंने कहा था कि मैंने प्रदर्शनकारी डॉक्टर से बातचीत करने की हर संभव कोशिश की. उनका तीन दिन तक इंतजार किया, लेकिन वो नहीं आए. मैं उनसे काम पर लौटने का अनुरोध करती हूं. मैं बंगाल के लोगों से माफी मांगती हूं, मुझे उम्मीद थी कि आरजी कर गतिरोध खत्म हो जाएगा. मैं डॉक्टर्स के आंदोलन का सम्मान करती हूं. मैं लोगों को न्याय और इलाज मिले सके इसके लिए पद छोड़ने को भी तैयार हूं, लेकिन वे न्याय नहीं चाहते हैं, वे केवल सत्ता चाहते हैं. मैं न्याय के लिए पद छोड़ने को तैयार हूं.’
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यह है पूरा मामला
बता दें, आठ और नौ अगस्त की रात को राजधानी कोलकाता के लाल बाजार स्थित मेडिकल कॉलेज में जूनियर महिला डॉक्टर के साथ रेप किया गया. रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई. नौ अगस्त की सुबह मेडिकल कॉलेज की छत पर उसका अर्धनग्न शव मिला. शव के पास ही उसका फोन और लैपटॉप पड़ा हुआ था. पीएम रिपोर्ट के बाद महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई. पुलिस ने केस दर्ज किया और मामले में कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया.