CM Mamata Banerjee in Delhi: नीति आयोग की बैठक में शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री दिल्ली पहुंच गई हैं. यह मीटिंग कल यानी शनिवार को होने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली इस मीटिंग से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तेवर दिखा दिए हैं. उन्होंने बैठक के एक दिन पहले ही बड़ी डिमांड कर दी है कि जिससे देश की राजनीति में सियासी तूफान उठना तय है. सीएम ममता ने नीति आयोग को खत्म करने की मांग करते हुए योजना आयोग को वापस लाने की वकालत की है.
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि, नीति आयोग आयोग को खत्म कर देना चाहिए. उसकी जगह फिर से योजना आयोग (Planning Commission) को दोबारा लाना चाहिए. उन्होंने अपनी इस मांग के पीछे की वजह भी बताई. उन्होंने कहा कि नीति आयोग को बंद कर देना चाहिए, क्योंकि यह सिर्फ बैठक बुलाने के अलावा कुछ नहीं करता है. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने योजना आयोग को वापस लाने की मांग की.
बता दें कि दिल्ली में होने वाली नीति आयोग की इस बैठक में कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों शामिल नहीं होने का फैसला किया है. सीएम ममता बनर्जी ने इस बैठक में शामिल होने का फैसला इसलिए किया है, क्योंकि वह बजट में पश्चिम बंगाल के अलावा अन्य राज्यों के साथ हुए भेदभाव की मांग को उठाना चाहती हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि आर्थिक नाकेबंदी पश्चिम बंगाल को विभाजित करने के लिए है.
शनिवार को नीति आयोग की बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली रवाना होने से पहले ममता बनर्जी ने बंगाल बीजेपी अध्यक्ष मजूमदार और बीजेपी सांसद नागेंद्र रे के नॉर्थ बंगाल को लेकर दिए बयानों की निंदा की. उन्होंने कहा, 'मंत्री से लेकर BJP नेता तक बंगाल को बांटने की साजिश कर रहे हैं. ये लोग बंगाल का विभाजन करना चाहते हैं. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. बंगाल को विभाजित करने का मतलब भारत को विभाजित करना है. हम इसका समर्थन नहीं करते हैं.'