कोलकाता के सरकारी आरजी अस्पताल में लेडी ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर मामले को लेकर देशभर में प्रदर्शन का दौर जारी है. इस बीच पीएम मोदी ने इन घटनाओं को लेकर पहली बार बयान जारी किया है. उन्होंने साफ किया कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप है. इन मामलों में जिस स्तर पर लापरवाही होती है सबका हिसाब होना जरूरी है. पीएम ने 11 लाख नई लखपति दीदियों को सम्मानित को लेकर आयोजित कार्यक्रम में यह बात रखी.
महाराष्ट्र में लखपति दीदी सम्मेलन में बयान देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘महिलाओं की सुरक्षा हमारे देश के लिए सबसे अहम है. आज मैं एक बार दोबारा देश के हर राजनीतिक दल से कहूंगा और राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप है. कोई भी दोषी हो, वो बचना नहीं चाहिए. उसको किसी भी रूप में सहायता करने वाले बचने नहीं चाहिए. चाहे वह अपराधी कोई भी हो. उसे छोड़ा नहीं जाएगा.
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सबका हिसाब होना जरूरी है: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि अस्पताल हो, स्कूल हो, दफ्तर हो या फिर पुलिस व्यवस्था… जिस की स्तर पर लापरवाही हुई है, सबका हिसाब होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देने को को लेकर हमारी सरकार कानूनों को भी लगातार सख्त बनाने में लगी हुई है.
इससे पहले जलगांव में महिलाओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने कुछ स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्यों से चर्चा की. अफसरों ने बताया कि स्वयं सहायता समूह पशुधन क्षेत्र में सक्रिय हैं. वहीं अन्य ‘कृषि सखी’ और ‘नमो ड्रोन दीदी’ जैसी सरकारी योजनाओं में काम रही हैं.
‘रिवॉल्विंग फंड’ भी जारी करेंगे
योजनाओं को क्रियान्वित करने वाले अफसरों ने कहा कि स्वयं सहायता समूह कौशल प्रदान करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरत को पूरी करने और स्थानीय स्तर पर रोजगार को बढ़ाने में सहायता मिलती है. एक अधिकारिक बयान के अनुसार, पीएम मोदी जलगांव के कार्यक्रम में 2,500 करोड़ रुपये का एक ‘रिवॉल्विंग फंड’ भी जारी करेंगे. इससे 4.3 लाख स्वयं सहायता समूहों के करीब 48 लाख सदस्यों को लाभ मिलेगा.
बयान के अनुसार, वह 5 हजार करोड़ रुपये के बैंक ऋण वितरित करने वाले हैं. इससे 2.35 लाख स्वयं सहायता समूहों के 25.8 लाख सदस्यों को लाभ मिलेगा. ‘लखपति दीदी’ बनाने की घोषणा की शुरुआत से अब तक एक करोड़ महिलाएं इसका लाभ ले रही हैं. करीब तीन करोड़ ‘लखपति दीदी’ बनाने का लक्ष्य सरकार ने तय किया है.