पुणे से नई दिल्ली जा रही फ्लाइट में एक महिला ने सीआईएसएफ कांस्टेबल और दो सहयात्रियों पर हमला कर दिया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना शनिवार सुबह की है. महिला की पहचान 44 वर्षीय सुरेखा सिंह के रूप में सामने आई है. बताया जा रहा है कि उसका सह-यात्री अन्वितिका बोरसे और दित्य बोरसे के साथ बैठने की व्यवस्था को लेकर विवाद हो गया था. महिला को बाद में फ्लाइट से उतारा दिया गया. उसे बाद में पुलिस के हवाले कर दिया.
चालक दल ने स्थिति को संभालने की कोशिश की
सुरेखा सिंह ने बैठक की व्यवस्था को लेकर सबसे पहले बोरसे भाई-बहन पर अटैक कर दिया. भाई-बहन की जोड़ी एक निजी एयरलाइन में अपनी आवंटित सीटों पर बैठे थे. इस लड़ाई में चालक दल ने स्थिति को संभालने की कोशिश की. मामला बिगड़ता देख केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को अनियंत्रित यात्री की जानकारी दी गई. सीआईएसएफ कांस्टेबल प्रियंका रेड्डी और सोनिका पाल ने मामले को शांत कराने का प्रयास किया. मगर सिंह ने उन पर भी हमला बोला दिया.
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उसने रेड्डी के हाथ पर काट लिया. इससे वह घायल हो गया. मामला बिगड़ता देख कांस्टेबलों को सिंह को रोकना पड़ा. उसे और उनके पति को उड़ाने से उतारना पड़ गया. उसे एयरपोर्ट पुलिस को सौंपा गया. 44 वर्षीय सुरेखा सिंह एक गृहिणी हैं, वहीं उनके पति एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. वे एक रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे थे.
26 वर्षीय प्रियंका रेड्डी ने इस हमले को लेकर हवाईअड्डा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. उसने कहा कि लड़ाई के दौरान उसे थप्पड़ मारा गया और काट लिया गया. पुलिस ने सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने का केस दर्ज किया है.
अत्यधिक संकट की स्थिति में थी
रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा लग रहा था कि वह एक व्यक्तिगत आपात स्थिति के कारण अत्यधिक संकट की स्थिति में थी. सह-यात्रियों के साथ उसका विवाद हो गया. पायलट ने इसके बाद उड़ान भरने से इनकार कर दिया. इस कारण वह ज्यादा हिंसक हो गई. वरिष्ठ निरीक्षक अजय संकेश्वरी के अनुसार, उसे एक नोटिस जारी करने के बाद जाने दिया. इसमें उसने जांच अधिकारी द्वारा बुलाए जाने पर हमारी जांच में शामिल होने को लेकर कहा था.