असम में ‘दिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी’ के उग्रवादियों ने जिन पांच ट्रक चालकों की हत्या की गई उनके पीछे फिरौती नहीं देना बताया जा रहा है. घटना के बाद ट्रक मालिकों का कहना है कि उनसे कई दिनों से फिरौती मांगी जा रही थी. फिरौती की रकम न देने पर ट्रकों में आग लगा दी गई और चालकों की हत्या कर दी. चालकों का कहना है कि उनकी जान को खतरा है और उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए. गुरुवार देर रात कोयला ले जा रहे सात ट्रकों को आग के हवाले कर दिया गया था। ट्रक में मौजूद पांच चालकों की हत्या भी कर दी गई। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि उग्रवादियों ने दो ट्रक चालकों की हत्या गोली मारकर वहीं तीन चालकों को आग में जिंदा जला दिया। घटना के बाद पुलिस ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया है और असम राइफल्स के साथ मिलकर सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
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पहले की गई कई राउंड फायरिंग
पुलिस के मुताबिक दीमा हसाओ जिले से सात ट्रकों में कोयला लादकर ट्रक चालक होजई जिले के लंका जा रहे थे। इसी दौरान बीच रास्तों में उग्रवादियों ने ट्रकों को घेर लिया और कई राउंड फायरिंग की, जिसमें दो चालकों की मौत गोली लगने से हो गई। इसके बाद उग्रवादियों ने सभी ट्रकों में आग लगा दी, जिससे तीन चालकों की मौत जिंदा जलने से हुई। पुलिस की मानें तो घटना के पीछे डीएनएलए उग्रवादी संगठन का हाथ हो सकता है. जिले के एसपी ने बताया कि असम राइफल्स के साथ मिलकर इलाके की तलाशी ली जा रही है.ट
सीमेंट लेकर जा रहे थे सभी ट्रक ड्राइवर
सूत्रों के मुताबिक हथियारबंद लोगों के एक समूह ने ट्रकों को रोका। सात में से छह ट्रक सीमेंट ले जा रहे थे जबकि दूसरा कोयला ले जा रहा था. दीमा हसाओ के पुलिस अधीक्षक जयंत सिंह ने कहा, समूह ने कई मिनट तक वाहनों पर गोलीबारी की और फिर उनमें आग लगा दी. इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई और एक घायल हो गया. ये सभी ट्रक के चालक और काम करने वाले हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक जले हुए ट्रक से कम से कम 5 शव बरामद किए जा चुके हैं. यह हमला तब हुआ जब ट्रक उमरांगसो से लंका जा रहे थे.
वर्ष 2019 में डीएनएलए का हुआ था गठन
इससे पहले मई में, कार्बी आंगलोंग जिले के धनसिरी इलाके में रविवार को पुलिस और असम राइफल्स के साथ मुठभेड़ में कम से कम छह डिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी (डीएनएलए) के चरमपंथी मारे गए थे। अप्रैल 2019 में, एक संप्रभु 'दिमासा राष्ट्र' के लिए लड़ने के लिए डीएनएलए का गठन किया गया था. डीएनएलए संगठन के सदस्यों को कथित तौर पर नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड के इसाक-मुइवा गुट द्वारा प्रशिक्षित किया गया है, जो पिछले कई सालों से केंद्र सरकार के साथ बातचीत में लगा हुआ है.
HIGHLIGHTS
- ट्रक मालिकों ने कहा, कई दिनों से मांगी जा रही थी फिरौती
- चालकों ने कहा, उन सभी को है जान का खतरा
- पांच में दो को गोली मारकर हत्या जबकि तीन को जिंदा जलाया