उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल रहे कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार आज यानी सोमवार को नरौरा में गंगा नदी के तट पर किया गया. उनके अंतिम संस्कार में भारतीय जतना पार्टी के राष्ट्रीय अयक्ष जेपी नडडा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ व उत्तराखंड के सीएम धामी समेत कई कैबिनेट मंत्री मौजूद रहे. वहीं प्रशासन ने वीवीआईपी के लिए नरौरा परमाणु केंद्र में चार हेलीपैड बनाए थे. कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार नरौरा में होने की जानकारी मिलते ही मेरठ जोन एडीजी राजीव सभरवाल, आईजी प्रवीण कुमार तुरंत नरौरा पहुंचे और अंतिम संस्कार स्थल, रूट सहित सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
यह खबर भी पढ़ें- जब पिता कल्याण सिंह से लिपटकर फफक-फफक कर रोने लगे राजवीर, बोले- पूरा करूंगा यह सपना
UP में तीन दिन के राजकीय शोक
बताते चले कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल्याण सिंह के निान पर शोक व्यक्त करते हुए प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक और 23 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक से अधिक लोग उनके अंतिम संस्कार में शामिल हो सकें इसलिए 23 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अयक्ष स्वतंत्र देव भी पार्थिव देह के साथ हेलीकप्टर में अलीगढ़ पहुंचे थे. कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार में लाखों लोग शामिल हुए, जिसके लिए पुलिस प्रशासन ने सख्त इंतजाम करके रखे हुए थे. अंतिम संस्कार से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए नरौरा में बच्चा पार्क में रखा गया था.
यह खबर भी पढ़ें- कल्याण सिंह के नाम PM मोदी का अंतिम संदेश, Twitter पर लिखी यह बात
दाह संस्कार के लिए 25 किलो चंदन की लकड़ी की व्यवस्था की गई
आपको बता दें कि राम मंदिर के नायक एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का डिबाई क्षेत्र से विशेष लगाव रहा है. वह डिबाई को आंगन तो अतरौली को अपना घर बताते थे. इसी लगाव के चलते डिबाई क्षेत्र के लोगों के दिलों में कल्याण सिह का विशेष स्थान रहा है. कल्याण सिह राजस्थान के राज्यपाल रहते हुए 28 फरवरी 2017 में एक कार्यक्रम में शिरकत करने अंतिम बार डिबाई आये थे. उनका वैदिक रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाएगा. कल्याण सिंह के दाह संस्कार के लिए 25 किलो चंदन की लकड़ी की व्यवस्था की गई.
यह खबर भी पढ़ें- कैसा है कल्याण सिंह का परिवार? बेटा सांसद तो पोता संभाल रहा यह जिम्मेदारी
कल्याण सिह 4 जुलाई से एसजीपीजीआई में भर्ती थे
गौरतलब है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का लंबी बीमारी के बाद शनिवार रात लखनऊ के एसजीपीजीआई में निान हो गया था. दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे 89 वर्षीय कल्याण सिंह 4 जुलाई से एसजीपीजीआई में भर्ती थे. भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीश दीक्षित ने बताया कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिह का पाíथव शरीर रविवार को अंतिम दर्शन के लिए लखनऊ में उनके आवास और भाजपा कार्यालय में रखा गया. PM मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अयक्ष जेपी नड्डा ने लखनऊ पहुंचकर कल्याण सिह के अंतिम दर्शन कर श्रद्घांजलि दी. वहीं, मुख्यमंत्री योगी समेत कई बड़े नेताओं ने कल्याण सिंह को श्रद्घांजलि दी थी.
HIGHLIGHTS
- कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार नरौरा में गंगा नदी के तट पर किया गया
- CM योगी आदित्यनाथ ने UP में 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की
- दो बार UP के CM रहे 89 वर्षीय कल्याण सिंह 4 जुलाई से PGI में भर्ती थे
Source : News Nation Bureau