Brahmachary Effect on Human Body: जीवन में कुछ चीजें लोगों के लिए बेहद पर्सनल और जरूरी होती हैं. उनमें से एक है प्रकृति और पुरुष के बीच का संबंध. किसी भी कपल के लिए शारीरिक संबंध बनाने का फैसला पूरी तरह उनपर निर्भर करता है. साथ ही ये बेहद व्यक्तिगत होता है. कुछ लोग इसे एंज्वाय करते हैं. वहीं कुछ लोग किसी वजह से सेक्सुअल एक्टिविटी से खुद को दूर रखने का फैसला लेते हैं. हालांकि दोनों ही ऑप्शन के सेहत के लिए अलग-अलग फायदे हैं. लेकिन हाल में हुई एक रिसर्च में इसे लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. इसमें बताया गया है कि अगर आप एक महीने तक बिना शारीरिक संबंध रहते हैं तो आपको इससे हैरान कर देने वाले फायदे मिलेंगे. आइए जानते हैं इसके बारे में.
क्या है ब्रह्मचर्य नियम
कुछ लोग कहते हैं कि ब्रम्हचर्य का अर्थ है किसी भी महिला से शारीरिक संबंध न बनाना. जबकि ब्रम्हचर्य शब्द का अर्थ इससे अधिक व्यापक है. मन, वचन,और कर्म से पवित्र रहते हुए अपने किसी महान लक्ष्य को पाने के लिए निरंतर प्रयास करना ही ब्रह्मचर्य है. वर्तमान परिवेश में बह्मचारी होने का मतलब है शारीरिक संबंध न बनाना. हालांकि हर व्यक्ति इसे अलग तरह से परिभाषित करता है.
ब्रह्मचारी रहना क्यों है पसंद
शोध में सामने आया कि जो लोग ब्रह्मचारी रहना पसंद करते हैं, उनका कहना होता है कि शारीरिक संबंध न बनाना उनके मेंटल हेल्थ के लिए अच्छा है. शारीरिक संबंध उनके लिए एक डिस्ट्रैक्शन की तरह है. जिसकी वजह से वो धर्म या कर्म से दूर हो सकते हैं. कुछ लोगों ने ये भी कहा कि शारीरिक संबंध उन्हें तनाव देता है. जब वे इसके बारे में नहीं सोचते हैं तो ज्यादा खुश रहते हैं.
आध्यात्मिक नियमों से जुड़ाव
जो लोग ब्रह्मचारी रहना पसंद करते हैं उनका मानना है कि इससे मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ती है. उन्हें अध्यात्म की ओर बढ़ने में मदद मिलती है. वो खुद को ज्यादा आध्यात्मिक नियमों से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं.
स्ट्रेस लेवल होता कम
कुछ लोगों का मानना है कि इससे स्ट्रेस लेवल कम होता है. क्योंकि यौन संबंध बनाने से प्रेग्नेंसी और सेक्सुअली ट्रांसमिटेड बीमारियों (STI) का जोखिम रहता है. इस तरह की चिंताओं से बचने के लिए लोग इससे दूर रखना पसंद करते हैं.
जीवन में बढ़ता फोकस
कुछ लोगों का मानना है कि जब वो शारीरिक संबंध बनाने के बारे में नहीं सोचते हैं तो उनका मन स्टडी या ऑफिस के काम पर ज्यादा लगता है. वो ज्यादा फोकस्ड रहते हैं. वे अपनी सारी एनर्जी पढ़ाई या किीस काम पर लगा पाते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
यह भी पढ़ें: Muslim Transgender: मुस्लिम किन्नर की मृत्यु के बाद क्या होता है उसके शव के साथ? जानिए कैसे होता है अंतिम संस्कार