Heart Attack: काफी लोग ऐसे होते है जिन्हें बिल्ली पसंद होती है तो कुछ लोगों को बिल्ली बिल्कुल भी पसंद नहीं होती है. वहीं दुनियाभर में लोग बिल्ली काफी टाइम से पाल रहे है. वहीं बिल्लियों पालने से इंसानों की सेहत पर काफी गहरा असर होता है. हाल ही में एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि बिल्ली पालने वाले लोगों को स्ट्रेस और डिप्रेशन कम होता है और उन लोगों को दूसरे लोगों के मुताबिक दिल और बीपी की दिक्कत कम होती है. साथ ही जो लोग अपने घर में बिल्ली पालते है, उन्हें हार्ट अटैक का खतरा कम होता है. आइए आपको बताते है इसके पीछे कितनी सच्चाई है और कितनी नहीं है.
इतना पुराना है कनेक्शन
वहीं रिपोर्ट के मुताबिक बिल्ली और इंसान का कनेक्शन लगभग 9500 साल से ज्यादा पुराना है. वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक लोगों ने बिल्लियों को इसलिए पालतू बनाया था ताकि वो खाने के आसपास घूम रहें चूहों को खा सकें. जिसके बाद लोगों ने बिल्ली को पालना शुरु कर दिया.
डिप्रेशन कम
बिल्ली को सहलाने से इंसान को डिप्रेशन कम होता है. वहीं बिल्लियों के मालिकों में बिल्ली से दूर रहने वाले लोगों की तुलना में दिल के दौरे से मरने की दर कम होती है. वहीं ब्लड सर्कुलेशन का फ्लो दिल के दौरे के जोखिम में 30 प्रतिशत की कमी करती है जो थोड़ी आश्चर्यजनक थी.
स्ट्रेस और एंजाइटी
रिपोर्ट के मुताबिक बिल्ली पालने वाले लोगों को हार्ट अटैक का खतरा अन्य लोगों की अपेक्षा करीब 33% तक कम हो जाता है. बिल्ली पालने वाले लोगों का स्ट्रेस और एंजाइटी का खतरा भी कम हो गया. जिससे उनकी मेंटल हेल्थ पर असर देखने को मिला. यह स्टडी करीब 10 साल तक की गई थी और इसमें 4000 से ज्यादा अमेरिकी लोगों को शामिल किया था.
कुत्तों से ज्यादा फायदेमंद है बिल्ली
स्टडी के मुताबिक कुत्तों के मुकाबले बिल्ली पालने वाले लोगों का स्ट्रेस लेवल और ब्लड प्रेशर कम रहता है. वहीं इन लोगों को हार्ट अटैक भी कम आता है. इसकी वजह यह बताई गई कि कुत्तों को ओनर्स के अटेंशन की जरूरत होती है, जबकि बिल्ली अपना ख्याल खुद रख सकती हैं. इससे लोगों को काफी राहत मिलती है. यही कारण है कि बड़ी संख्या में अमेरिका और यूरोप के लोग कुत्तों की जगह बिल्ली पालना ज्यादा पसंद करते है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)