इन दिनों लोगों को नए- नए कैंसर के बारे में पता चल रहा है. वहीं कभी नॉर्मल कैंसर, तो कभी ब्रेस्ट कैंसर बढ़ रहा है. साथ ही एक ऐसा कैंसर भी बढ़ रहा है. जो पुरुषों से महिलाओं में जा रहा है. ये कैंसर वायरस की तरह फैल रहा है. वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में भारत में कैंसर के 14 लाख से ज्यादा मामले आ गए है. हर साल ना जानें कैंसर से कितने लोगों की मौत हो रही है. वहीं इस आंकडे में हर साल मुनाफा ही हो रहा है. कैंसर होने के कई कारण है. जैसे की जेनेटिक प्रोब्लम, लाइफस्टाइल, खान पीना जैसी चीजों से होती है. वहीं इन दिनों एक कैंसर जो पुरुषों में से महिलाओं में जा रहा है. आइए आज हम आपको इसके बारे में बताते है.
क्या है सर्वाइकल कैंसर
इस कैंसर का नाम सर्वाइकल कैंसर है. यह एक वायरस की वजह से होता है. जिसका नाम एचपीवी वायरस है. इसे ह्यूमन पिपलोमा के नाम से भी जाना जाता है. ये वायरस पुरुषों में होता है और यौन संबंध बनाने के दौरान पुरूषों से महिलाओं में फैलता है. इसलिए इस कैंसर की चपेट में वहीं, महिलाएं आती हैं जो सेक्सुअली एक्टिव होती हैं. आज के समय में ये कैंसर महिलाओं में मौत की सबसे बड़ी वजह बन गया है. जबकि ये कैंसर पूरी तरह से प्रिवेंटेबल है और अगर समय रहती इसकी वैक्सीन लगवा ली जाए तो इससे बचाव भी संभव है.
ऐसे फैलता है ये कैंसर
पुरुषों के शरीर से एचपीवी वायरस महिलाओं के गर्भाशय में फैलता है और वहां पनपता रहता है. ये 5 से 10 सालों में सर्वाइकल कैंसर बन जाता है. अगर समय रहते इसका उपचार न किया जाए तो जानलेवा भी साबित हो सकता है. शुरूआत में ये वायरस इंफेक्शन फैलाता है जिसके लंबे समय बाद ये कैंसर बन जाता है. आज हर साल लाखों महिलाएं इस कैंसर की वजह से अपनी जान गंवा रही हैं. वहीं एक्सपर्ट के मुताबिक ये वायरस पुरुषों के शरीर में होता है, लेकिन उनमें ये कैंसर नहीं करता है. क्योंकि ये वायरस सर्विक्स में पनपता है और पुरुषों के शरीर में यह नहीं होता है. लेकिन बिना प्रोटेक्शन के शारीरिक संबंध बनाने से वायरस महिलाओं के शरीर में जाता है और सर्विक्स में पनपने के बाद कैंसर बनता है. हालांकि हर महिला में एचपीवी वायरस कैंसर नहीं बनता है. जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है उनमें कैंसर का रिस्क होता है. अन्य मामलों में यह कैंसर खुद ही खत्म हो जाता है.वहीं इसके कई कारण है जैसे की ट्रस की बीमारी, पीसीओडी की समस्या और पर्सनल हाइजीन का ध्यान न रखने से भी महिलाएं इस कैंसर का शिकार हो सकती हैं.
सर्वाइकल के लक्षण
सेक्स के बाद योनि से खून आना
योनि में अत्याधिक दर्द और सूजन महसूस होना
योनि से होने वो रक्तस्राव से दुर्गंध आना
सेक्स करते समय दर्द महसूस होना
पैल्विक एरिया में दर्द रहना
मासिक धर्म के अलावा भी योनि से खुन आना
ऐसे करें बचाव
इस कैंसर के लक्षण शुरुआत में नहीं दिखते है. जिसकी वजह से ये कैंसर तीसरी या चौथी स्टेज में ही डिटेक्ट हो पाता है जिससे महिला की जान बचानी मुश्किल हो जाती है. ऐसे में इस कैंसर की स्क्रिनिंग से इस कैंसर का पता शुरूआती स्टेज में लगाया जा सकता है. सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए महिला अगर सेक्सुअली एक्टिव है तो अपना पैप स्मियर टेस्ट करवा सकती है. 30 वर्ष के बाद और सेक्सुअली एक्टिव होने के बाद आप हर 5 साल में पैप स्मियर टेस्ट करवा सकते हैं जिससे आपको इस कैंसर को समय रहते डिटेक्ट कर सकते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक ये टेस्ट महिला को 65 वर्ष की आयु तक करवाने चाहिए.
वैक्सीन
कैंसर से बचाव के लिए मौजूदा समय में एचपीवी वैक्सीन भी मौजूद है. जिसे 9 से 14 साल की उम्र में सेक्सुअली एक्टिव होने से पहले बच्ची को लगाया जा सकता है. हालांकि महिलाएं इसे बाद में भी लगवा सकती है. लेकिन सर्वाइकल हो जाने की स्थिति में इस वैक्सीन को लगवाना बेकार है. इसलिए कोशिश करें कि इसे पहले ही लगवा लिया जाए. आप इसे किसी भी हॉस्पिटल से लगवा सकते है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)