वहीं आजकल खराब लाइफस्टाइल और फास्ट फूड की वजह से काफी सारी बीमारी चल रही है. ऐसे में इनफर्टिलिटी की बीमारी भी बढ़ती जा रही है. यह बीमारी आजकल कपल्स में काफी देखी जा रही है. वहीं यह दिक्कत आजकल कम उम्र की महिलाओं और पुरुषों में देखी जा रही है. वहीं 40% पुरुषों की वजह से भी इनफर्टिलिटी महिलाओं के मां बनने में दिक्कत देती है. वहीं जो महिलाएं आसानी से प्रेग्ननेंट नहीं हो पाती है. उन्हें फिर डॉक्टरों और दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है. आज हम आपको बताएंगे कि किस कारण यह बीमारी देखन को मिल रही है.
थायरॉइड
इन दिनों थायरॉइड की दिक्कत आम सी हो गई है. काफी सारे लोगों में थायरॉइड की दिक्कत देखने को मिल रही है. वहीं थायरॉइड की वजह से ही ओव्यूलेशन में दिक्कत होती है. वहीं इसकी वजह से थॉयराइड हार्मोन ज्यादा या कम होता है. इसके अलावा इससे अंडे के फर्टिलाइज होने के चांस होते है. साथ ही इससे वजन कम या ज्यादा हो सकता है.
PCOS
इन दिनों पीसीओएस की दिक्कत आधे से ज्यादा लड़कियों को हो रही है. इसके कारण ओवरीज में गांठ बनने लगती है. वहीं पोलीसिस्टिक ओवरीज एक हार्मोनल कंडिशन है. इससे एंड्रोजन हार्मोनल बढ़ते है. साथ ही इसमें पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग और फेस पर एक्ने जैसी दिक्कत होती है.
फैलोपियन ट्यूब
कंसीव करने के लिए फैलोपियन ट्यूब काफी जरूरी है. वहीं इससे एग्स और स्पर्म फैलोपियन ट्यूब की हेल्प से ही ट्रांसमिट होते है. वहीं अगर ट्यूब में व्लॉकेज होती है, तो नेचुरल प्रेग्नेंसी में काफी दिक्कत होती है.
फाइब्रॉयड्स
फाइब्रॉयड्स भी इन दिनों काफी महिलाओं में देखी जा रही है. इससे भी प्रेग्नेंसी में काफी दिक्कत होती है.
एंडोमेट्रियोसिस
यह दिक्कत ज्यादातर 25 से 40 साल तक की महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है. इसमें पीरियड्स में काफी ब्लीडिंग, दर्द, थकान और टिश्यू की दिक्कत होने लगती है. इसकी वजह से यूटेरस, फैलोपियन ट्यूब्स में दिक्कत होती है. जिसकी वजह से भी कंसीव करने में दिक्कत होती है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.