मौसम में बदलाव होते ही बालों का झड़ना एक आम समस्या बन जाता है, जिससे शायद हर दूसरा व्यक्ति परेशान रहता है. बालों के झड़ने की कई वजह हो सकती हैं, जिसमें अनहेल्दी लाइफस्टाइल, प्रदूषण और स्ट्रेस की अधिकता मुख्य कारणों में से हैं. वहीं, महिलाओं में हेयर फॉल की प्रॉब्लम ज्यादा देखने को मिलती है. अक्सर हेयर फॉल (Hair Fall) को लोग आम प्रॉब्लम समझ कर इग्नोर कर देते हैं लेकिन आपको बता दें कि ये एक गंभीर बीमारी हो सकती है जो धीरे धीरे आपको अपनी चपेट में लेकर कभी न ठीक होने वाले गंजेपन का शिकार बना सकती है. ये बीमारी है हेयर लॉस की लेकिन आप में से कई लोग हेयर लॉस को मामूली समझकर हवा में उड़ा देते हैं. चिंता की बात यह है कि अधिकतर लोग हेयर लॉस और हेयर फॉल को एक ही समस्या मानने लगते हैं. जबकि हेयर फॉल और हेयर लॉस में काफी बड़ा अंतर है. तो चलिए जानते हैं कि आखिर क्यों हेयर लॉस को बालों के लिए एक गंभीर बीमारी माना जाता है.
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हेयर फॉल और हेयर लॉस का फर्क
- बालों का झड़ना हेयर फॉल कहलाता है.
- जबकि बालों का जड़ से झड़ना हेयर लॉस होता है.
- हेयर फॉल में बाल फिर से उगते हैं.
- वहीं हेयर लॉस में बाल दोबारा नहीं उगते हैं.
- हेयर फॉल में रोजाना 50 से 100 बाल टूटते हैं.
- लेकिन हेयर लॉस में जड़ों से बालों का मोटा गुच्छा टूटकर गिरने लगता है.
हेयर फॉल के कारण
- हेयर फॉल का सबसे पहला कारण हार्मोनल बदलाव है.
- बालों की जड़ों पर केमिकल वाले हेयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से भी हेयर फॉल हो सकता है.
- प्रोटीन की कमी के कारण भी बाल टूटने लगते हैं.
- बालों में जरूरत से ज्यादा हीट का इस्तेमाल करने से भी हेयर फॉल की समस्या होने लगती है.
हेयर लॉस के कारण
- बालों की अच्छे से देखभाल ना करने की वजह से हेयर लॉस हो सकता है.
- हेयर लॉस जेनेटिक कारणों से भी हो सकता है.
- बालों में डाई, ब्लीच और केमिकल वाला कलर इस्तेमाल करने से भी हेयर लॉस हो सकता है.
- गंभीर रोग की वजह से भी हेयर लॉस की प्रॉब्लम खड़ी हो जाती है.
- शरीर में जरूरी पोषण की कमी भी हेयर लॉस की समस्या पैदा करती है.
बालों को टूटने से कैसे बचाएं
बालों को झड़ने से बचाने के लिए बालों की सही देखभाल बेहद जरूरी होती है. इसके लिए बालों को सही समय पर वॉश करके तेल भी लगाएं. बालों पर ऑयल मसाज करने से बाल मजबूत होते है और उनका टूटना कम हो सकता है. इसके अलावा डाइट में प्रोटीन और हरी सब्जियों को शामिल जरूर करें. साथ ही इस बात का भी ख्याल रखें कि ज्यादा से ज्यादा नेचुरल प्रोडक्ट्स या फिर होम रेमेडीज को ही बालों के ट्रीटमेंट का जरिया बनाएं.