हर साल जन्माष्टमी को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. वहीं इस जन्माष्टमी 26 अगस्त दिन सोमवार को मनाई जाएगी. वहीं हर और इसकी जोरो शोरो से तैयारी शुरु हो गई है. हर कोई बाल गोपाल के स्वागत में लग गया है. भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी कथा और बाल लीलाएं सदियों सदियों तक याद की जाती है. इस अवसर पर श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा होती है. श्रीकृष्ण का जन्म मध्यरात्रि में होने से कृष्ण मंदिरों में रात को पूजा का विधान है.
कृष्ण लीला का आयोजन
आप कृष्ण लीला का आयोजन भी कर सकते हैं. आप भगवान कृष्ण के बचपन से जुड़ी बातों का आयोजन कर सकते हैं. बच्चों को अलग अलग कैरेक्टर दे सकते हैं.
मटकी फोड़
आप बच्चों के साथ मिलकर मटकी फोड़ का आयोजन कर सकते है. काफी जगह इस प्रतियोगिता का आयोजन होता है और लोग इसे खूब इंजॉय करते है.
भजन करें
आप अपने घर या सोसाइटी में भजन और कीर्तन करवा सकते हैं. इससे आपके मन को सुकून और शांति मिलती है.
खूबसूरत झांकी
आप झांकी का भी आयोजन कर सकते हैं. इसमें आप उनकी बाल लीला, रासलीला और माखन चोरी दिखा सकते हैं.
प्रसाद
आप जन्माष्टमी के पर्व पर महा आरती और प्रसाद जरूर बांटे. श्री कृष्ण को नए कपड़े पहनाएं उनको भोग लगाएं और फल और मिठाई बांटे.