हर रिश्ते की शुरुआत प्यार से होती है. वहीं हर रिश्ते में नोकझोंक होती ही रहती है. वहीं अगर आपका पार्टनर अच्छा है, तो आप अपने रिलेशन में खुश रहेंगे, लेकिन वहीं अगर आपका पार्टनर नेगेटिव है, तो उससे आपके अंदर भी नेगेटिव इंपैक्ट पड़ता है. वहीं कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं, जो सिर्फ नाम के होते हैं, तो कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं, जो कि सारी जिंदगी के लिए होते है. अगर आप भी अपनी रिलेशनशिप को हेल्दी बनाना चाहते हैं, तो आपको अपने पार्टनर का व्यवहार अच्छे तरीके से समझना चाहिए. यही वजह है कि पार्टनर को सेलेक्ट करने से पहले कई बातों को ध्यान में रखना चाहिए, तभी फ्यूचर कमिटमेंट देना सही रहता है.
क्या है रेड फ्लैग और ग्रीन फ्लैग
सोशल मीडिया पर आए दिन नए नए टर्म सुनने को मिलते है. बता दें कि रेड फ्लैग वो लोग होते है, जिनमें बुरी आदतें होती है. साथ ही वह टॉक्सिक भी होता है. वहीं ग्रीन फ्लैग वो होते है जो कि एक- दूसरे से प्यार, इज्जत औरर फ्यूचर को लेकर कमिटेड रहते है.
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रेड फ्लैग
अगर आपका पार्टनर आपके नेचर को कंट्रोल कर रहा है, तो आपको उससे दूरी बना लेनी चाहिए. इसके अलावा अगर आपका पार्टनर आपसे खुलकर बात नहीं कर रहा है या फिर आपसे झूठ बोल रहा है, तो आज ही दूर हो जाएं. वहीं अगर आपका पार्टनर आपसे लगातार झूठ बोल रहा है, या फिर कोई सच छिपा रहा है, तो ये चीटिंग नेचर हो सकता है.
ग्रीन फ्लैग
अगर आपका पार्टनर आपकी भावनाओं को समझ रहा हैं और अगर कोई लड़ाई या झगड़ा हुआ है और उसके बाद आपको प्यार से समझाता है, तो वह ग्रीन फ्लैग है. अगर आपका पार्टनर आपके करियर से रिलेटिड बात आपसे कर रहा है या फिर आपसे फ्यूचर से रिलेटिड बात समझा रहा है, तो वह ग्रीन फ्लैग है.