आपके सिर से आजकल ज्यादा पसीना आ रहा है? बाल भी झड़ रहे हैं, तनाव और अवसाद भी है. इसके अलावा हड्डियों व मांसपेशियों में दर्द से परेशान हैं तो आपको विटामिन डी की भयंकर कमी है. इसका जिम्मेदार हमारी लाइफ स्टाइल है. ज्यादा समय तक एसी में रहना भी विटामिन डी की कमी का एक कारण है. शरीर को पर्याप्त मात्रा में धूप में नहीं मिलने और सही खानपान का अभाव भी इसकी कमी का कारण है. खून में विटामिन-डी (Vitamin D) की मात्रा 20 मोनोग्राम प्रति मिलीलीटर से अधिक होनी चाहिए.
दरअसल विटामिन डी शरीर में कैल्शियम के स्तर को नियंत्रित करता है. तंत्रिका तंत्र की कार्य प्रणाली और हड्डियों की मजबूती के लिए यह जरूरी है. विटामिन डी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. दरअसल विटामिन डी के लक्षण एकदम से उभर कर सामने नहीं आते, विटामिन डी की नियमित जांच और नीचे दिए कुछ लक्षण बताते हैं कि आपको विटामिन डी की कमी है.
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रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी ः यदि आप लगातार वायरल संक्रमण से पीड़ित हैं, तो कम विटामिन डी का स्तर इसका कारण हो सकता है. विटामिन डी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है.
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थकान और सुस्ती ः शोध में यह पता चला है कि शरीर में विटामिन डी की कमी भी थकान और सुस्ती का संकेत हो सकता है. थकान के साथ रोगियों पर विटामिन डी सप्लीमेंट के प्रभाव का अध्ययन करने वाले एक अध्ययन में विटामिन डी के स्तर के सामान्य होने के बाद थकान के लक्षणों में कमी देखी गई.
मांसपेशियों में दर्द ः विटामिन डी की कमी से शारीरिक गतिविधि जैसे- एक्सरसाइज या स्पोर्ट्स एक्टिविटी और किसी मेहनत वाले काम के बाद मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी आदि समस्याएं हो सकती है. विटामिन डी का निम्न स्तर शरीर में क्रॉनिक पेन का कारण बन सकता है, जो फाइब्रोमायल्जिया के मुख्य लक्षणों में से एक है.
बालों का झड़ना ः वैसे तो बालों के झड़ने की वजह कई हो सकते हैं लेकिन विटामिन डी की कमी से भी आप गंजेपन का शिकार हो सकते हैं. इसकी कमी से बालों का पतला होना और बालों का झड़ना आम बात है.
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तनाव और अवसाद ः हमारी त्वचा में विटामिन डी संश्लेषित होने के बाद, यह डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर को मुक्त करता है जो मस्तिष्क के कामकाज को प्रभावित करते हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार, विटामिन डी की कमी से चिंता, अवसाद हो सकता है. यह सिज़ोफ्रेनिया सहित मानसिक बीमारियों से भी संबंधित हो सकता है.
सिर से अत्यधिक पसीना आनाः शरीर के बाकी हिस्सों की तुलना में सिर से अत्यधिक पसीना आना वयस्कों में विटामिन डी का एक अलग तरह का संकेत है. यदि आपके सिर से बहुत अधिक पसीना आता है तो यह आपके शरीर में विटामिन डी की कमी से संबंधित हो सकता है और आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता हो सकती है.
हड्डियों में दर्द ः शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाए तो हड्डियों में सही तरह से कैल्शियम की आपूर्ति नही हो पाती है, जिससे हड्डियों में दर्द की समस्या उत्पन्न होने लगती है. विटामिन डी की कमी विभिन्न मस्कुलोस्केलेटल दर्द के साथ जुड़ी हो सकती है. ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचने के लिए विटामिन डी की आवश्यक मात्रा जरुरी है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो