देश में मधुमेह (Diabetes) जैसे रोगों से पीड़ित लोगों की तादाद बढ़ने के बीच एक अच्छी खबर है कि ज्यादातर लोग अब स्वास्थ्यवर्धक भोजन पसंद करने लगे हैं. एक सर्वेक्षण के अनुसार, 63 फीसदी भारतीय गोश्त की जगह वनस्पति से प्राप्त भोजन ( vegetarian) पसंद करते हैं. मतलब मांसाहारी ( Non vegetarian) के बजाए शाकाहारी (vegetarian) लोगों की तादाद ज्यादा हो गई है. ग्लोबल रिसर्च कंपनी इप्सोस की रिपोर्ट 'फूड हैबिट्स ऑफ इंडियंस : इप्सोस अध्ययन' में पाया गया कि भारतीय जानकारी के आधार पर पसंद करने लगे हैं. अब वे एक परंपरागत आदत में नहीं, बल्कि प्रयोग में विश्वास करने लगे हैं.
यह भी पढ़ेंः स्वाइन फ्लू को रखना है दूर तो कर लें ये उपाय, आपके किचन में हैं दवाएं
सर्वेक्षणकर्ताओं ने कहा, "हमें मालूम है कि भारत के लोगों को भोजन से लगाव होता है और तंदूरी चिकन, मटन, फिश और विविध प्रकार के मासांहारों को देखकर उनके लार टपकने लगता है. लेकिन रायशुमारी में 63 फीसदी भारतीयों का कहना है कि वे गोश्त के बदले वनस्पति से प्राप्त भोजन खाना पसंद करते हैं. "
यह भी पढ़ेंः अगर आपको भी आते हैं नींद में डरावने सपने तो हो जाइए सावधान
रिपोर्ट के अनुसार, 57 फीसदी लोगों ने बताया कि वे जैविक खाद्य पदार्थ ग्रहण् करते हैं. रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में 57 फीसदी लोगों का दावा है कि वे जैविक खाद्य पदार्थ ग्रहण करते हैं, जबकि विकसित देशों में जैविक खाद्य पदार्थ खाने वाले लोग कम हैं, जिनमें जापान में 13 फीसदी और 12 फीसदी ब्रिटिश हैं.
मांसाहार से फायदा कम नुकसान ज्यादा
अनेक लोगों का मानना है कि मांस खाने से शरीर में ताकत आती है और बॉडी को एनर्जी ज्यादा मिलती है. एक हद तक यह सही भी है क्योंकि कई विटामिंस जैसे B12, या हार्ट के लिए Omega3 या फिर मसल्स के लिए प्रोटीन नॉनवेज में ज्यादा होते हैं. लेकिन भी कई रिसर्च और स्टडी ये मानती है कि मांसाहार के फायदे कम नुकसान ज्यादा हैं.शाकाहार हमें प्रकृति के करीब लाता है.
यह भी पढ़ेंः अगर आपका लाडला बड़े सपने देखने में माहिर है तो हो जाएं सावधान, उसे दबोच रही है ये बीमारी
वेजिटेरियन डाइट आसानी से डाइजेस्ट होती है और हेल्थ भी बढ़ती है. हम जितना कम मिर्च, मसाले वाला और कच्चा भोजन करेंगे ये हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद रहेगा. नॉन वेज ना केवल वजन बढ़ाता है बल्कि यह कई घातक बीमारियों को भी पैदा करता है.
सब्जियों और अनाज में होते हैं ये विटामिन
सब्जियों में विटामिन, एंटी ऑक्सीडेंट, अमीनो एसिड होते हैं जिससे कई घातक बीमारियों से बचा जा सकता हैं. शाकाहारी भोजन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसायुक्त पदार्थ स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते है. यही नहीं शाकाहारी भोजन में शरीर की जरूरत के हिसाब से कैलोरीज और विटामिन होते हैं जो शरीर को फिट रखते हैं.
यह भी पढ़ेंः उम्र हो चुकी है 65 के पार तो भी ना हों परेशान, कम मात्रा में 'पीने' से बुजुर्ग मरीजों को नहीं होगा ये खतरा
जो लोग वैजिटेरियन हैं उन्हें हार्ट, कैंसर और दूसरी आंतों संबंधी बीमारियां कम होती हैं. शाकाहारी भोजन में संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है, जिससे यह हृदय रोगों की आशंका कम करता है. रिसर्च कहती है कि शाकाहार व्यक्ति कम अवसादग्रस्त रहते हैं और फिट और फ्रेश रहते हैं.
शाकाहार रखेगा बीपी, कैंसर से दूर
शाकाहारी लोग फेफड़ों का कैंसर, आंत का कैंसर से बचते हैं. रिसर्च कहती है कि शाकाहारी व्यक्तियों में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी कम होता है. दरअसल, ऐसा शाकाहारियों में एस्ट्रोजन की कम मात्रा के कारण होता है. आपको बता दें कि अनाज, फली, फल और सब्जियों में रेशे और एंटीऑक्सीडेंट ज्यादा होते हैं, जो कैंसर को दूर रखते हैं. इसके अलावा वेजिटेरियन लोग किडनी की समस्या या किडनी से संबंधित रोगों से भी बचते हैं.
शाकाहर से रहती है किडनी की बीमारियां दूर
स्टडी कहती है कि चूंकि फल, सब्जियों, अनाजों दालों में एंटीऑसक्सीडेंट ज्यादा होतें हैं इसलिए सारी गंदगी पेशाब के जरिये बाहर आती रहती है. इसमें विशेष रूप से प्रोटीन भी शामिल होता है वह निकल जाता है जिससे कोशिकाओं द्वारा रक्त छनने की गति, किडनी में ब्लड सर्कुलेशन मांसाहारियों की तुलना में शाकाहारियों में ज्यादा अच्छा होता है और उनमें किडनी के रोग कम पाए जाते हैं.
(इनपुटः IANS)
Source : News Nation Bureau