18 नवंबर नहाय खाय से महापर्व छठ पूजा का आरंभ हो रहा है, जो कि 21 नवंबर को पारण के साथ समाप्त होगा. इस पर्व में महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और छठी मईया से परिवार की सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगती है. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी से शुरू होने वाले इस व्रत को छठ पूजा, सूर्य षष्ठी पूजा और डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है.
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छठ पूजा में आटे से बने ठेकुआ का प्रसाद चढ़ाया जाता है. ठेकुआ छठ पूजा का प्रमुख प्रसाद है. ठेकुआ से ही भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और बाद में प्रसाद के रूप में इसे बांटा जाता है. तो आइए हम आपको बताते है ठेकुआ बनाने की विधि, जिसे आप घर पर आसानी से बना सकते हैं.
ऐसे बनाएं ठेकुआ-
सामाग्री-
आटा- 1 किलो
गुड़- 250 ग्राम
नारियल घिसा हुआ- 25 ग्राम
मूंगफली (कच्चा)- 8 से 10 दाना
सौंफ- एक बड़ा चम्मच
छुहारा - 4-5
छोटी इलायची- 2-4
काली मिर्च - 2-4
लौंग- 2 -3
घी या सरसों का तेल- 500 ग्राम
नोट- (मूंगफली, सौंफ, छुहारा, छोटी इलायची, लौंग, काली मिर्च सबको अच्छे से कूट लें. ये सभी मसाले आटे में मिक्स किया जाएगा).
बनाने की विधि-
एक बर्तन में गुड़ डालकर उसमें एक मीडियम गिलास पानी डाल दें और दोनों को अच्छे से मिक्स कर लें. अब इसमें घिसा हुआ नारियल और बाकि कूटे मसाले डाले दें. सबको अच्छे से मिलाकर इसमें आटा मिला दें. आटे को अच्छे से गूंथ लें न ज्यादा टाइट न ज्यादा नरम. अब आटे की छोटी-छोटी लोईं बना लें. इसके बाद बाद ठेकुआ बनाने वाले सांचे से आकार दे दें. अगर सांचा न हो तो थाली को उल्टा कर के उसपर हल्का तेल लगा के उसपर आटे की गोली रखकर हल्के हाथों से ठोक लें. अब एक गैस पर बड़ी सी कढ़ाही रखकर उसमें तेल या घी डाल दें. जब ये गर्म हो जाएं तो ठेकुआ को तल लें. अब आपका छठ का प्रसाद ठेकुआ तैयार है. इसे अलग रख दें और छठ पूजा के समापन के बाद ही इसे ग्रहण करें. ध्यान रहे कि छठ पूजा से पहले ठेकुआ न खाएं.
Source : News Nation Bureau