ब्लड शुगर को लेकर आम जनता में ये धारणा है कि इसे कंट्रोल करना आसान नहीं हैं. इसके लिए रोजना दवाओं का सेवन करना जरूरी है. ब्लड शुगर अब हर आयुवर्ग में देखने को मिल रही है. इसकी रोकथाम के लिए कई यतन करने पड़ते हैं. अगर हम चाहें तो इसे काबू में किया जा सकता है. अगर आप इसका स्थाई इलाज चाहते हैं तो इन पांच जड़ी बूटियों से बचाव हो सकता है. ये जुड़ी बूटियां देश में काफी आम हैं. इसके सेवन से ब्लड शुगर से काफी हद तक बचाव संभव है.
डायबिटीज का ये है स्थाई इलाज
शुगर का जब हम परमानेंट इलाज की बात करते हैं तो इसका अर्थ है कि शुगर को हमेशा संतुलित रखना. एक शोध के अनुसार, कुछ हर्ब्स का नियमित उपयोग करने से ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं. आइए इन आयुर्वेदिक उपाय को जानने की कोशिश करते हैं.
1. शुगर को लेकर सुपारी सबसे बेहतरीन उपाय है. इसमें हाइपोग्लाइसेमिक के गुण पाए जाते हैं. इस खासियत के कारण हाई ब्लड शुगर को नीचे लाने में मदद मिलती है. मगर लो ब्लड शुगर में इसका उपयोग बिल्कुल न करें.
2. मधुमेह के स्तर को संतुलित करने के लिए चिरायता काफी शानदार औषधि मानी जाती है. गुड़हल की तरह चिरायता इंसुलिन को बढ़ाने में मददगार है. ये पैंक्रियाज की सेल्स को इंसुलिन पैदा करने के लिए उसकाती है.
3. त्रिफला चूर्ण डायबिटीज को कम करने में सहायक होती है. इन जड़ी बूटियों में एंटी बैक्टीरियल के तत्व होते हैं. ब्लड शुगर को संतुलित करने के लिए असरदार आयुर्वेदिक उपाय हैं.
4.अश्वगंधा में हाइपोकोलेस्ट्रॉलेमिक के साथ हाइपोग्लाइसेमिक गुण भी होते हैं. इससे भी इंसुलिन को कंट्रोल किया जा सकता है. मगर विशेषज्ञों की देखरेख में इसका सेवन किया जाना चाहिए. दरअसल आयुर्वेद में जड़ी बुटियों का सेवन एक खास अंतराल के अंदर होना बहुत जरूरी है. तभी इसका असर देखने को मिलता है.
Source : News Nation Bureau