जिंदगी के भागम-भाग में लोग अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पाते हैं. जिसकी वजह से कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. उचित खानपान ना होना और सही लाइफस्टाइल का पालन नहीं करने की से किसी भी उम्र में लोग बीमारी के शिकार हो रहे हैं. डायबिटीज (ब्लड शुगर) जैसी बीमारी 40 प्लस ही नहीं 10 साल के बच्चे में भी देखने को मिल रही है. ब्लड शुगर जानलेवा नहीं है. लेकिन इसको नजरअंदाज करते हैं तो ये जानलेवा हो जाता है.
डायबिटीज से लड़ने के लिए स्वस्थ ब्लड शुगर लेवल का होना बेहद जरूरी है. डायबिटीज ऐसी स्थिति है जो ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करती है. ब्लड शुगर लेवल शरीर में बिगड़ता है तो उससे डायबिटीज पर असर पड़ता है. डायबिटीज के चलते, किडनी, हृदय और आंखे प्रभावित होती है ऐसे में डायबिटीज रोगियों को स्वस्थ ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने की काफी जरूरत होती है. डायबिटीज से लड़ने के लिए आपको अपने जीवन शैली और खानपान में कुछ बदलाव करने की जरूरत होती है.
खानपान में करें बदलाव
हेल्दी फूड तो आपकी सेहत के लिए जरूरी है ही, साथ ही एक निश्चित समय पर अगर आप अपना भोजन लेते हैं तो वो आपको कई बीमारी से दूर रखता है. डायबिटीज के रोगियों को मीठे से परहेज करना चाहिए. सही लाइफस्टाइल का पालन करना बेहद जरूरी है.
वजन पर नियंत्रण
बढ़ता वजन कई बीमारी को जन्म देता है. मोटापा भी डायबिटीज की एक बड़ी वजह है. स्वस्थ ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने के लिए बढ़ते वजन को रोकना काफी आवश्यक है. तेजी से बढ़ रहा वजह डायबिटीज और ब्लड शुगर के खतरे की घंटी है.
नियमित रूप से करें ब्लड शुगर की जांच
डायबिटीज के रोगी आप हैं या नहीं लेकिन आपको अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच नियमित तौर पर करनी चाहिए. अपना डाइट चार्ट तैयार करें और उसे नियमित रूप से फॉलो करें.
दवाइयों का सेवन नियमित रूप से करें
डायबिटीज रोगियों को डॉक्टर की परामर्श से नियमित तौर पर दवाइयों का सेवन करना चाहिए. इन दिनों आयुर्वेदिक और होम्योपैथ में भी तमाम तरह की दवाइयां मौजूद है जो डायबिटीज और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में काफी मददगार साबित होती हैं.
Source : News Nation Bureau