/newsnation/media/media_files/2025/10/15/diwali-2025-2025-10-15-10-02-27.jpg)
Diwali 2025 (File Image)
Diwali 2025: दीपावली के पर्व को लेकर हर जगह धूम मची हुई है. बाजार रोशनी से चमक रहे हैं. हर तरफ रंग-बिरंगी लाइटें, मिठाई और मूर्तियों से दुकानें सजी हुई हैं. हिंदू धर्म में दीवाली को पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर मनाया जाता है.
धनतेरस से लेकर भाई दूज तक होने वाला यह समय पंच दिवसीय पर्व के नाम से जाना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस साल 5 नहीं बल्कि पूरे 6 दिन का दीपोत्सव होगा. चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं धनतेरस से लेकर भैया दूज तक के तिथि के बारे में.
कब मनाई जाएगी दिवाली?
पंचांग के अनुसार, हर साल दिवाली कार्तिक मास के कृष्ण पपक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. इस बार कार्तिक अमावस्या की तिथि 20 अक्टूबर 2025 को दोपहर 03 बजकर 44 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 21 अक्टूबर की शाम 05 बजकर 54 मिनट पर होगा.
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन का सबसे शुभ समय शाम 07 बजकर 08 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 18 मिनट तक रहेगा. इस अवधि को प्रदोष काल और स्थिर लग्न का संयोग कहा गया है जो मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने के लिए उत्तम माना जा रहा है. यानी लोगों को पूजा के लिए करीब 1 घंटा 11 मिनट का समय मिलेगा.
कब क्या मनाया जाएगा?
- 18 अक्टूबर को कार्तिक कृष्णपक्ष की द्वादशी शाम 06 बजकर 32 मिनट से त्रयोदशी तिथि लगेगी. इसके साथ प्रदोष का व्रत भी है. दीपदान शाम को किया जाएगा. धनतेरस का त्योहार उक्त तारीख को मनाया जाएगा. मुख्य दरवाजे पर 4 दिपक जलाने से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है.
- 19 अक्टूबर की बात करें तो इस दिन कार्तिक कृष्णपक्ष चतुर्दशी तिथि दोपहर 01 बजकर 55 मिनट से शुरु होगी. हनुमान जी का जन्मोत्सव इसी तारीख को मनाया जाएगा. हनुमान जी मेष लग्न में जन्में थे इसलिए मेष लग्न शाम 05 बजकर 37 मिनट से 07 बजकर 14 मिनट तक रहेगी.
- कार्तिक कृष्ण की चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली मनाई जाती है और कार्तिक कृष्ण की चतुर्दशी 20 अक्टूबर 2025 को रहेगी. इस दिन चतुर्दशी तिथि दोपहर 3:45 तक रहेगी. इसके बाद अमावस्य तिथि लग रही है.
- फिर दिवाली के अगले दिन और दीपोत्सव के चौथे दिन गोवर्धन पूजा होता है. लेकिन गोवर्धन तो कार्तिक शुक्ल की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है जबकि इस दिन सुबह से लेकर दोपहर तक अमावस्या तिथि ही रहने वाली है. इसलिए गोवर्धन पूजा 21 अक्टूबर को न होकर 22 अक्टूबर को होगी.
- आखिर में अब 23 अक्टूबर दीपोत्सव का छठा दिन रहेगा, जिसमें भाई दूज मनाई जाएगी.
यह भी पढ़ें: Rama Ekadashi 2025 Date: 16 या 17 अक्टूबर कब रखा जाएगा एकादशी का व्रत? जानिए सही तारीख, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त