युवाओं को अब टीवी और स्मार्टफोन पर अश्लील कंटेंट देखना पसंद नहीं आ रहा है. इसका खुलासा एक स्टडी में हुआ है. वहीं काफी लोग है जो कि इंटरनेट पर सिर्फ अश्लील कंटेंट ही देखना पसंद करते है, तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हें ये कंटेंट की जगह कुछ और पढ़ना पसंद है. वहीं ये अश्लील कंटेंट ज्यादातर जेन Z वाले लोगों को ही देखना और पढ़ना पसंद होता है. वहीं इसी में कुछ जेन Z लोग ऐसे भी है. जो कि इसको देखना पसंद नहीं करते है. ऐसे में आइए आपको बताते है कि यह कौनसी जगह के लड़के है और इन्हें आखिर क्या देखना पसंद है.
इस चीज में बढ़ रही है दिलचस्पी
एक स्टडी के मुताबिक ‘टीन्स एंड स्क्रीन्स’ स्टडी में कई बड़ी बातें सामने आई हैं. इसमें पता चला है कि जेनरेशन Z के करीब 50% टीनएजर्स फिल्मों और टीवी में रोमांस या सेक्स सीन देखने के बजाय प्लेटोनिक रिलेशनशिप और दोस्ती वाला कंटेंट देखना चाहते हैं. इस स्टडी में 10 से 24 साल के 1500 लोगों को शामिल किया गया था. स्टडी के अनुसार इसमें शामिल 51% लोग स्क्रीन पर रियल और प्लैटोनिक रिलेशनशिप भरा कंटेंट ज्यादा देखना चाहते हैं. इस स्टडी में 47.5% दर्शकों का मानना है कि अधिकतर टीवी शो और फिल्मों में एडल्ट कंटेंट की कोई जरूरत नहीं है. उन्हें लगता है कि सेक्स कंटेंट अक्सर गलत या गैरजरूरी होता है. अध्ययन में 44% दर्शकों ने यह महसूस किया कि कंटेंट में रोमांस को बहुत अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है. दर्शकों को यह महसूस होता है कि रोमांस की कहानियां और एडल्ट कंटेंट अक्सर कहानियों का सेंटर पॉइंट बन जाते हैं.
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ऑथेंटिक फ्रेंडशिप का महत्व
इस स्टडी से पता चलता है कि युवा दर्शक अब स्क्रीन पर वास्तविक और ऑथेंटिक फ्रेंडशिप को ज्यादा महत्व दे रहे हैं. युवा पीढ़ी का मानसिकता बदल रही है और वे भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य को ज्यादा प्राथमिकता देने लगे हैं. एडल्ट कंटेंट और रोमांस की अधिकता अब पुरानी मेंटेलिटी को चुनौती दे रही है. शोधकर्ताओं का कहना है कि यह स्टडी मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)