वहीं अब अगर किसी के शरीर पर बाल होते है, तो लोग उसका मजाक उड़ाते है. इन दिनों हर लड़की को साफ त्वचा चाहिए है. जिसके लिए लड़कियां पार्लर जाती है. वहीं चाहें कोई कितनी ही काबिल क्यों ना हो. लेकिन अगर उसके शरीर पर बाल हैं, तो लोग उसका मजाक बनाने से पहले एक बार भी नहीं सोचते है. वहीं हमारे शरीर पर हमें बाल रखने चाहिए या नहीं यह हमारा एक निजी मामला है और लोगों को इसको ऐसे ही रहने देना चाहिए है.
क्या हैं बालों का इतिहास
हाल ही में एक प्रोफेसर नीना ने बताया कि कई सालों पहले हमारे पूर्वजों का शरीर बालों से ढ़का हुआ होता था. जिससे कि शरीर गर्म रहें. वहीं मानव शरीर से बाल लगभग दो लाख साल पहले गायब हुए थे. वहीं पहले के टाइम में हमारे पूर्वजों का शरीर गर्म रहता था. जिसके बाद शरीर की गर्माहट दूर करने के लिए इंसानों ने शरीर से बाल कम करने शुरु कर दिए थे. इंसान ने अपने शरीर के बाल लगभग पांच लाख साल की समय में खोएं थे.
क्या उम्र बढ़ने के साथ बाल बढ़ते है?
सबको यह लगता है कि उम्र बढ़ने के साथ हमारे शरीर के बाल भी बढ़ जाते है. लेकिन ऐसा नहीं है. जैसे बच्चे पैदा होते हैं, तो उनके शरीर पर बाल होते है. जो कि धीरे धीरे खत्म होते है. वहीं उम्र बढ़ने के साथ हमारे सिर, अंडरआर्म्स के बाल ज्यादा मजबूत और मोटे होते हैं. इन बालों को टर्मिनल हेयर कहा जाता है. वहीं बाकी जगहों के बाल पतले होते हैं, जिन्हें वेलस हेयर कहते हैं. इसके अलावा शरीर पर छोटे बाल चोट लगने की स्थिति में स्किन को ठीक करते हैं.
इन पर कर सकते हैं भरोसे
शेविंग - शेविंग के बाद जब बाल आते है. तो वो जड़ से आते है और जब वह दोबारा आते है. तो वह थोड़े से मोटे लगते है, लेकिन वो असल में मोटे होते नहीं है.
लेजर - लेजर से लोगों को लगता है कि उनके बाल पूरे तरीके से खत्म हो जाते है. लेकिन ऐसा होता नहीं है, आपको लेजर के लिए पांच से छह सिटिंग के बाद भी साल में एक से दो बार लेजर ट्रीटमेंट लेना ही पड़ता है.
ब्लीच - ब्लीच करने से आपकी स्किन जल सकती हैं. साथ ही इससे दाने भी हो सकते हैं. वहीं ब्लीच में केमिकल होते है. जो कि हमारी स्किन के लिए फायदेमंद नहीं होते है.
वैक्सिंग - वहीं लोगों को लगता हैं कि अगर हम छोटी उम्र में वैक्सिंग का इस्तेमाल करते हैं, तो बाल कम आते हैं. हालांकि ऐसा होता नहीं है. आपके बाल वैसे ही आते हैं जैसे वो शुरूआत से आते है.