Baby Bath: मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है. दिन में गर्मी और शाम को सर्दी होने लगी है.विंटर(Winter) सीजन में बच्चों की सेहत की देखभाल करने की ज्यादा जरूरत होती है. अगर इसमें थोड़ी भी लापरवाही हुई तो उनकी सेहत खराब हो सकती है. ऐसे में कई बार पेरेंट्स के मन में सवाल रहता है कि आखिर बच्चों को कितने दिन में नहलाना चाहिए? रोजाना नहलाना जरूरी होता है या नहीं? कई लोग यह मानते हैं कि विंटर में भी रोज नहलाना जरूरी है जबकि कुछ पेरेंट्स इस डर से कई दिनों तक बच्चे को नहीं नहलाना चाहते हैं कि कहीं उन्हें ठंड ना लग जाए.नहाना हमारे डेली रूटीन का हिस्सा है. इसलिए हम बच्चों को भी बचपन से रोज नहाने की ही सीख देते हैं. गुड हाइजीन को बनाए रखने के लिए ये जरूरी माना जाता है लेकिन क्या बच्चों को रोज नहाने की जरूरत है (How often should kids bath) या इससे नुकसान हो सकता है. इस बारे में यहां बताएंगे कि क्या बच्चों को रोज नहाना चाहिए या नहीं और क्यों.
बच्चों को क्या रोजाना नहलाना चाहिए?
विशेषज्ञों की मानें तो बच्चों को रोजाना नहाना बिल्कुल जरूरी नहीं है. उन्हें रोज नहलाने की कोई जरूरत नहीं होती है. नहाया इसलिए जाता है ताकि त्वचा की गंदगी साफ हो जाए. इसलिए अगर बच्चा गंदा नहीं है, तो रोज नहलाने की जरूरत भी नहीं है. अगर आपका बच्चा गंदगी में खेल रहा था. उसे काफी पसीना आया है या फिर उसे दस्त हो गए हैं. वो किसी स्विमिंग पूल आदि में गया था तो उन्हें नहलाना जरूरी हो जाता है. गंदगी में खेलने और पसीने के कीटाणु साफ न करने की वजह से इन्फेक्शन का जोखिम रहता है. इसलिए ऐसी स्थिति में नहलाना जरूरी है.
क्यों बच्चों को रोज नहीं नहलाना चाहिए?
अब आपके मन में ये सवाल जरूर होगा कि क्यों बच्चों को रोज नहीं नहलाना चाहिए? ऐसा माना जाता है कि बच्चों को रोज नहलाने से उनकी स्किन में मौजूद नेचुरल ऑयल खत्म हो सकते हैं. इससे त्वचा रूखी और खुर्दुरी हो जाती है. साथ ही, स्किन इन्फेक्शन का खतरा भी रहता है. दरअसल, स्किन पर मौजूद ऑयल एक सुरक्षात्मक परत होता है, जो त्वचा को बचाता है. लेकिन रोज नहाने से ये धुल जाते हैं.
बच्चे को हफ्ते में कितनी बार नहाना सही है?
अगर बच्चा गंदगी में नहीं गया है और न ही उसमें से बदबू आ रही है तो उसे रोज नहलाने की जरूरत नहीं है. अगर आपने बच्चे को कोई मच्छर आदि दूर रखने वाला स्प्रे नहीं लगाया है तो हफ्ते में दो से तीन बार नहाना काफी होता है. आप उसे गीले कपड़े से हाथ-पैर या पीठ को पोछ सकते हैं. रोज नहाने के बजाय बच्चे का मुंह और हाथ-पैर धोना भी काफी है.
बच्चों को नहलाते समय रखें इन बातों का ध्यान
- गर्म पानी के बजाय गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें.
- नहाने का समय कम रखें. यानी ज्यादा देर तक न नहाएं.
- एंटीबैक्टीरियल साबुन और बबल बाथ से बचें.
- हल्के, बिना खुशबू वाले साबुन और शैम्पू का इस्तेमाल करें.
- सभी शिशुओं और छोटे बच्चों की नहाने के दौरान अपनी निगरानी में रखें.
- सुखाने के लिए थपथपाएं, रगड़ें नहीं.
- नहाने के बाद हल्का, बिना खुशबू वाला मॉइश्चराइजर लगा सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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