Stop Overthinking: कई बार लोग किसी छोटी सी बात को हद से ज्यादा सोचने लगते है, जिससे की वह उनके दिमाग में टेंशन देने लगती है. वहीं कई लोगों को इतनी ओवरथिंकिंग होती है कि उनकी रातों की नींद भी हराम हो जाती है. वहीं ओवरथिंकिंग की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इससे लोगों की मानसिक स्वास्थय पर भी असर पड़ता है. वहीं कई लोग एक ही बात को सारा दिन सोचते रहते है.
क्या है ओवरथिंकिंग?
ओवरथिकिंग अगर ज्यादा हो जाए तो यह एक मानसिक बीमारी बन जाती है. अगर कोई इंसान एक बात को जरूरत से ज्यादा सोचते है, तो वह ओवरथिंकिंग होती है. किसी भी काम को करने या फैसला लेने से पहले लोग सोचते हैं, जो सही भी है. यह इंसान का नेचुरल स्वभाव है, लेकिन जब यह स्वभाव हद से ज्यादा बढ़ जाए तो ओवरथिंकिंग कहलाती है.
इस तरह बचें
खुद से प्यार करें
किसी भी गलती के लिए खुद को बोलना बंद करें. हमेशा खुद से प्यार करें. खुद की तारिफ करें और खुद को वैसा ही स्वीकार करें. जैसे आप हो.
मेडिटेट करें
रोज ध्यान लगाएं और अपने अंदर की घबराहट दूर करें और अपनी ओवरथिंकिंग को दूर करें. रोज शांत माहौल में मेडिटेट करें.
किसी के लिए अच्छा करें
अगर आप खुद से ध्यान हटा कर दूसरों के बारे में सोचें तो आप ओवरथिंकिंग से बच सकते हैं. उन तरीकों के बारे में सोचें जिनसे आप कठिन समय से गुजर रहे किसी व्यक्ति की मदद कर सकते हैं.
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डर का सामना करें
कुछ चीजें हमेशा आपके नियंत्रण से बाहर रहेंगी, इसे स्वीकार करना सीखना ओवरथिंकिंग पर रोक लगाने में काफी मदद कर सकता है. हालांकि ये भी सच है कि यह कहना जितना आसान है, उसे करना उतना आसान नहीं, लेकिन छोटे अवसरों की तलाश करें जहां आप उन परिस्थितियों का सामना कर सकें जिनके बारे में आप अक्सर चिंतित रहते हैं.