Advertisment

अगर आप भी अपने बच्चें को साथ में सुलाते हैं, तो हो जाएं सावधान, जा सकती है जान

भारत में ज्यादातर मां-बाप अपने बच्चों को अपने साथ ही सुलाना पसंद करते हैं, तो वहीं बच्चे भी अपने मां-बाप के साथ सोना पसंद करते हैं. लेकिन एक टाइम के बाद मां-बाप को अपने बच्चों को अपने पास नहीं सुलाना चाहिए.

author-image
Nidhi Sharma
New Update
बच्चें को साथ में सुलाना (Social Media)

बच्चें को साथ में सुलाना (Social Media)

Advertisment


भारत में ज्यादातर मां-बाप अपने बच्चों को अपने साथ ही सुलाना पसंद करते हैं, तो वहीं बच्चे भी अपने मां-बाप के साथ सोना पसंद करते हैं. लेकिन एक टाइम के बाद मां-बाप को अपने बच्चों को अपने पास नहीं सुलाना चाहिए. रिपोर्ट के अनुसार एक उम्र के बाद बच्चों और मां-बाप दोनों को एक बैड पर सोना ठीक माना जाता है. लेकिन कुछ टाइम बाग मां-बाप और बच्चों को एक बैड पर सोना नहीं चाहिए. इससे ना सिर्फ बच्चे का फायदा होता है, बल्कि इससे मां-बाप का भी फायदा होगा. आइए आपको बताते है कि किस उम्र में मां-बाप को अपने बच्चे को अलग बैड पर सुला देना चाहिए. 

बच्चों को साथ सुलाने से होती है ये दिक्कत 

हाल ही में एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर आप बच्चे को अपने साथ बैड पर सुलाते हैं, तो इससे बच्चों को काफी दिक्कत हो सकती है, जैसे की मोटापा, थकान, कम ऊर्जा, अवसाद, याददाश्त कमजोर जैसी दिक्कत होती है. इसके साथ ही जो बच्चे मां-बाप के साथ नहीं सोते हैं, उनके पैरेंट्स में लड़ाई-झगड़, तनाव और डिवोर्स रेट ज्यादा होता है. 

इस उम्र में कर देना चाहिए अलग बेड़ 

एक्सपर्ट्स के मुताबिक प्री-प्यूबर्टी वह समय होता है जब आपको अपने बच्चों के साथ सोना बंद कर देना चाहिए. इस टाइम आपको अलग- अलग बेड पर सोना शुरू कर देना चाहिए. प्यूबर्टी शुरू होने की औसत उम्र लड़कियों में 11 साल और लड़कों में 12 साल होती है. हालांकि, लड़कियों में 8 साल से 13 साल के बीच प्यूबर्टी का शुरू होना भी सामान्य है. वहीं, लड़कों में प्यूबर्टी 9 साल लेकर 14 साल की उम्र के बीच सकती है. की उम्र से शुरू हो सकती है. प्यूबर्टी के दौरान बच्चों के शरीर में कई तरह के बदलाव हो रहे होते हैं, ऐसे में जरूरी है कि आप बच्चों को स्पेस दें.

बच्चों को सुलाते टाइम इस बात का ध्यान रखें 

बच्चे को अलग सुलाते समय यह जरूर सुनिश्चित करें कि वह सहज और ठीक महसूस कर रहा हो. अगर आपका बच्चा परेशान है तो आप उसे अपने साथ सोने के लिए कह सकते हैं. अगर आप बच्चों को एक ही बेड पर सुलाते हैं तो इससे आपकी प्राइवेसी भी प्रभावित होती है.एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि माता- पिता को कभी भी 12 महीने से कम उम्र के बच्चों के साथ बेड शेयर नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे SIDS (सडन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम) और दम घुटने से मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है.

ये भी पढ़ें - इन तरीकों से प्रोस्टेट को बढ़ने से रोके, जवानी में करेंगे ये उपाय तो बुढ़ापे में नहीं होगी ये दिक्कत

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

co-sleeping co-sleeping side effects pros and cons of co sleeping Sleeping with Parents Risks of Co-Sleeping
Advertisment
Advertisment