भाड़े के मां-बाप सुनने में काफी अजीब लगता है, लेकिन आजकल मां -बाप अपनी लाइफस्टाइल में इतने बिजी हो गए है कि उनके पास खुद के बच्चों के लिए टाइम नहीं है. इन पैरेंट्स को Child Companions कहा जाता है. वहीं फिल्मों में तो भाड़े के लिए पैरेंट्स काफी अच्छे लगते है. लेकिन रियल लाइफ में तो ये काफी अजीब सा लगता है. लेकिन पेरैंटिंग का ये नया ट्रेंड कई सवाल खड़ा कर रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नकली पेरैंट्स आज के टाइम में एक पूरी इंडस्ट्री बन गया है. यह ट्रेंड अमीर कपल्स फॉलों कर रहे है. यह पैरेंट्स अपने बच्चों की परवरिश के लिए पैरेंट्स किराए पर लाते हैं. इन्हें प्रोफेशनल पेरैंट्स कहा जाता है. वहीं बढ़ती महंगाई की वजह से मां-बाप दोनों ही अपने बच्चों की जरूरतों के लिए कमा रहे हैं. जिस वजह से वह अपने बच्चों को टाइम नहीं दे पाते है. आइए आपको बताते है कि कैसे होते है ये प्रोफेशनल पेरैंट्स.
यहां से शुरु हुआ ट्रेंड
भावनात्मक जरूरतों को पूरा करने के लिए मां-बाप को किराए पर लेने वाला ये ट्रेंड जापान से शुरू हुआ और अब चीन में ‘प्रोफेशनल पेरैंट्स’ का धंधा बन गया है. वहीं अब ये प्रोफेशनल दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है. ये ‘प्रोफेशनल पेरैंट्स’ बच्चों की पढ़ाई, भावनात्मक जरूरतों और दैनिक देखभाल की जिम्मेदारी ले रहे है. वहीं जहां बच्चों की देखभाल के लिए रखी जाने वाली नैनी या आया उनकी खाने, सोने और खेलने जैसी जरूरतों का ध्यान रखती हैं. वहीं इन पढ़े-लिखे और डिग्री होल्डर प्रोफेशनल पेरैंट्स का काम सिर्फ बच्चों को पढ़ाना या उनके साथ खेलना नहीं है, बल्कि वे बच्चों के साथ घूमते हैं, स्कूल की मीटिंग में जाते है. डॉक्टर के पास भी जाते है.
अमीरों में ही देखने को मिल रहा
चीन में ये ट्रेंड अभी केवल अमीरों में ही देखने को मिल रहा है. इन प्रोफेशनल पेरैंट्स को ‘चाइल्ड कंपेनियन’ कहा जा रहा है. ‘चाइल्ड कंपेनियन’ की नौकरी बच्चे की पढ़ाई के साथ-साथ उसकी मेंटल हेल्थ पर ध्यान देने की होती है. अक्सर अमीर लोग ही ऐसे लोगों को हायर कर रहे हैं. ये लोग अपने बच्चों की देखभाल के लिए दादा-दादी या किसी ग्रैंडपेरैंट पर भरोसा करने की बजाय ‘चाइल्ड कम्पैनियन’ को हायर करना पसंद कर रहे हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)