High Heels: ये है हाई हील्स का मजेदार इतिहास, पहले पुरुष मटकते थे और अब बन गया है महिलाओं का फैशन स्टेटस

इतिहास के अनुसार हाई हील्स का सबसे पहला उपयोग 1000 ईसा के आसपास का है. इसे सबसे पहले पर्शियन लोगों ने ईरान में पहना था. आइए जानते हैं पुराने जमाने में जरूरत से वर्तमान में फैशन स्टेटस तक का हील्स ने कैसे तय किया ये सफर

author-image
Neha Singh
New Update
High Heels
Advertisment

High Heels: लड़कियों की सुंदरता में चार चांद लगाने का काम हाई हील्स करती हैं. ये हमेशा ट्रेंड में रहती हैं. कॉलेज जाना हो या ऑफिस, हर जगह लड़कियां इसका इस्तेमाल कर रही हैं. पर्सनैलिटी निखारने से लेकर ट्रेडिंग फैशन को कॉन्फीडेंस के साथ कैरी करने में हाई हील्स का कोई जबाव नहीं है. अच्छी ड्रेस, मेकअप या ज्वैलरी तब तक आपको कंप्लीट लुक नहीं देगी जब तक आपने फुटवेयर भी अच्छा न पहना हो. हील्स का इतिहास काफी मजेदार है. लेकिन क्या आप जानती हैं हील्स को पहले पुरुषों या महिलाओं किसने पहना था? एक समय था जब पुरुष बड़ी शान के साथ हाई हील्स पहनकर मटककर चलते थे. आइए जानते हैं पुराने जमाने में जरूरत से वर्तमान में फैशन स्टेटस तक का हील्स ने कैसे तय किया ये सफर. 

High Heels1

इसलिए बने थे हाई हील्स

हाई हील्स का सबसे पहला उपयोग 1000 ईसा के आसपास माना जाता है. हाई हील्स को सबसे पहले लड़कों के लिए बनाया गया था. इसके पीछे वजह थी उस समय लोगों की सोच. दरअसल, उस दौर में ऐसा माना जाता था कि हाई हील्स में मर्द और भी ज्यादा मर्दाना नजर आते हैं. इस वजह से ऊंची सोल वाले जूते बनाए गए थे. रिकार्ड्स के मुताबिक, हाई हील्स का सबसे पहले उपयोग एक हजार ईसा पूर्व किया गया था. इसे सबसे पहले पर्शियन लोगों ने ईरान में पहना था. 

घुड़सवारी में मिलती थी सहूलियत

पर्सियन लोगों के समय में माना (ईरान) जाता था कि हील्स पहनने से उन्हें काफी सहूलियत मिलती थी. एक कहावत के मुताबिक उनका मानना था कि हाई हील्स पहनने से बहुत अच्छे तरीके से धनुष चलाया जा सकता है. इसके साथ ही इनमें घुड़सवारी करने में भी काफी सहूलियत रहती थी. करीब 10वीं शताब्दी में फारस में सवारों ने अपने पैरों को रकाब में स्थिर रखने के लिए एड़ी वाले जूते पहनना शुरू किया.

यूरोप में फैशन का प्रतीक

फारस से यूरोप पहुंचने के बाद हाई हील्स धीरे-धीरे फैशन का प्रतीक बन गए. शुरू में ये ऊंचे जूते अमीर वर्ग के पुरुषों द्वारा पहने जाते थे. फ्रांस के राजा लुई इनके प्रशंसक थे. उन्होंने इन जूतों को इतना लोकप्रिय बनाया कि ये एक स्टेटस सिंबल बन गए.

महिलाओं के लिए फैशन का हिस्सा

17वीं शताब्दी के अंत में पुरुषों के फैशन में बदलाव आने लगा और हाई हील्स की लोकप्रियता कम होने लगी. इसी दौरान महिलाओं ने इन जूतों को अपनाना शुरू कर दिया. शुरुआत में ये जूते बहुत ऊंचे नहीं थे लेकिन धीरे-धीरे इनकी ऊंचाई बढ़ती गई.

धीरे-धीरे बदल गया महत्व

लड़कों के लिए बने हाई हील्स कुछ समय बाद लड़कियों के पैरों जंचने लगे. लड़कियां मर्दों के मुकाबले हाई हील्स में ज्यादा कम्फर्टेबल हो गईं. आज पांच इंच से लेकर उससे भी ज्यादा ऊंचाई वाले हील्स लड़कियां पहनती हैं. ना सिर्फ इन्हें पहनना उन्हें पसंद है, बल्कि वो इसमें चल भी लेती हैं. लेकिन असलियत यही रहेगी कि इसका आविष्कार लड़कों के लिए किया गया था. 

मार्केट में हाई हील्स की कई वैराइटी 

फैशन के इस दौर में हील्स पहनना अभी भी कई युवतियों के लिए आसान है. कारपोरेट दफ्तर हों या शापिंग माल, बड़ी-बड़ी पार्टियां हों या शादी-ब्याह की रौनक हर जगह हील्स पसंद की जा रही है. मार्केट में स्पाइरल हील्स, किटन हील्स, पंप हील्स, प्लेटफार्म हील्स,म्यूल हील्स, वेजेस हील्स, स्टिलेटो, ब्लाक हील्स और पेंसिल हील्स उपलब्ध है.

फुटवियर में किया कुछ नया इजाद

आज भी कई मेंस फुटवियर में आपको ऊंची सोल वाले जूते मिल जाएंगे. मर्द आज भी इन्हें पहनकर घूमते दिख जाएंगे. अगर मौजूदा दौर में पुरूषों के फूट वियर स्टाइल पर नजर डालें तो अभी भी कुछ ऐसे जूते दिख जाएंगे जो काफी हद तक लड़कियों की हाई हील्स से मैच होते हैं. इसलिए कह सकते हैं कि पुरूषों ने हाई हील्स को नहीं अपनाया और कुछ नया इजाद किया जो हाई हील्स से भी कम्फर्टेबल और अच्छा था.

High Heels Fashion High Heels
Advertisment
Advertisment
Advertisment