Daughters Day 2024: बेटियों की अहमियत समझाने के लिए हर साल पूरी दुनिया में डॉटर्स डे मनाया जाता है. डॉटर्स डे दुनिया भर में माता-पिता और उनकी बेटियों के बीच अनोखे रिश्ते का सम्मान करने के लिए मनाया जाने वाला एक स्पेशल दिन होता है. यह परिवार और समाज में बेटियों के प्रति प्रेम, सम्मान और महत्त्व को दर्शाता है. इस दिन हर किसी की छुटी होती है. जिससे लोग अपने परिवार के साथ टाइम स्पेंड कर सकते है. आइए आपको इस दिन के बारे में और इसके महत्व के बारे में बताते है.
क्या है इसका इतिहास
राष्ट्रीय डॉटर्स डे पहली बार 2007 में मनया गया था. वहीं तब से हर साल यह दिन डॉटर्स डे के रूप में मनाया जाता है. पहले के टाइम में बेटियों को बेटों की तुलना में कम माना जाता था. वहीं टाइम के साथ लैंगिक समानता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ी है, जिससे दुनिया भर की सरकारों और संगठनों को हर दिन बेटियों का जश्न मनाने की आवश्यकता को पहचानने के लिए प्रेरित किया गया है.
क्या है महत्व
परिवारों में बेटियों की भूमिका का जश्न मनाना
बेटियां परिवारों के पोषण और मजबूत भावनात्मक बंधन बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. बेटी दिवस इस भूमिका का जश्न मनाने और परिवार में उनके योगदान को मान्यता देने का एक अवसर है. चाहे वह प्यार, देखभाल या जिम्मेदारी के माध्यम से हो, बेटियां एक विशेष ऊर्जा लाती हैं, जो पारिवारिक जीवन को समृद्ध बनाती है.
लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता बढ़ाना
बेटी दिवस का एक मुख्य उद्देश्य लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है. भारत में सामाजिक मानदंडों के कारण बेटों को बेटियों की तुलना में अधिक महत्त्व दिया जाता है, जिसके कारण लैंगिक असंतुलन की स्थिति उत्पन्न होती है. बेटियों का दिन हमें याद दिलाता है कि बेटियां भी उतनी ही मूल्यवान हैं और उन्हें बेटों के समान ही प्यार, शिक्षा और अवसर दिए जाने चाहिए. यह भेदभावपूर्ण रवैये से निपटने में मदद करता है और लिंग के आधार पर भेदभाव किए बिना बच्चों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करने के विचार को बढ़ावा देता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)