Guru Nanak Jayanti 2024: 15 नवंबर यानि शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरु नानक देव जी का जन्मदिवस मनाया जाएगा. सुबह से ही जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन शुरू हो जाएगा. प्रभाव फेरी निकाली जाएंगी. गुरुद्वारों में सुबह से ही संगत मत्था टेकने पहुंचना शुरू हो जाएगी. गुरुद्वारों में शबद की ध्वनि गूंजेगी. इस दिन पारंपरिक व्यंजन बनाए जाते हैं. जगह-जगह लंगर खिलाया जाता है. इस दिन हर पंजाबी रसोई में काली दाल, कड़ा प्रसाद, मीठे चावल, सरसों का साग और मक्के की रोटी के अलावा चना दाल खिचड़ी बनाई जाती है. ऐसे में आइए देखते हैं चना दाल खिचड़ी (Chana Dal Khichdi Recipe)बनाने की आसान रेसिपी.
इन सामानों की पड़ेगी जरूरत
1 कप चना दाल
1 कप बासमती चावल
आवश्यकतानुसार पानी
2-3 बड़े चम्मच घी
1 मीडियम साइज का प्याज
1 मीडियम साइज का टमाटर
2 हरी मिर्च
2-3 लहसुन की कलियां
1 इंच अदरक का टुकड़ा
1 छोटा चम्मच जीरा
चुटकी भर हींग
1/2 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
नमक स्वादानुसार
बारीक कटा हरा धनिया
चना दाल खिचड़ी ऐसे करें तैयार
- सबसे पहले चना दाल को अच्छी तरह से धोएं और इसे कम से कम 15 मिनट के लिए पानी में भिगोएं. भगोने से दाल नरम हो जाती है और यह जल्दी पक भी जाएगी.
- अब चावल को भी 4-5 बार साफ पानी से धोकर और छानकर अलग रख दें.
- इसके बाद प्रेशर कुकर में 1 बड़ा चम्मच घी गरम करें. उसमें जीरा डालकर चटकने दें. फिर एक चुटकी हींग डालें और खुशबू आने तक भूनें.
- अब बारीक कटा हुआ लहसुन-अदरक, हरी मिर्च और प्याज डालकर अच्छी तरह से भून लें. ध्यान रखें कि लहसुन और अदरक जले नहीं. प्याज के सुनहरा भूरा होने तक उससे भूनना है.
- कुकर में कटे हुए टमाटर डालें और उन्हें नरम होने तक पकाएं. जैसे ही टमाटर घी छोड़ने लगे, तो उसमें हल्दी पाउडर और नमक डालकर मिक्स कर लें. इसे लगभग 2-3 मिनट के लिए पकाएं.
- अब भिगोई हुई चना दाल डालकर उसे मसाले के साथ अच्छे से मिक्स कर लें. 2 कप पानी डालें और प्रेशर कुकर का ढक्कन बंद कर दें. मध्यम आंच पर 2-3 सीटी आने तक पकाएं.
- प्रेशर निकल जाने के बाद, ढक्कन को खोलें और इसमें भिगोए हुए चावल डालें. अपने हिसाब से पानी डालकर इसे फिर से प्रेशर कुक करें.
- दाल और चावल एक साथ मिलकर मैश हो जाएंगे. इसका मतलब है कि खिचड़ी तैयार है. ऊपर से एक चम्मच घी और हरा धनिया डालकर इसका मजा लें.
- इस खिचड़ी को मसाला पापड़, हरी पुदीना की चटनी और रायते के साथ सर्व करें.
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