स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत
ऑस्ट्रेलियन न्यूट्रिशनिस्ट फिओना टक ने खुलासा किया है कि नेल्स में बदलाव छिपे हुए स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकते हैं. नाखून का स्वास्थ्य खास पोषक तत्वों जैसे आयरन या जिंक की कमी उजागर कर सकता है. इससे पता चल जाता है कि शरीर को ज्यादा समस्या आनेवाली है या किसी बाहरी तत्वों ने नाखून को नुकसान पहुंचाया है.
सफेद दाग या लकीर
अगर आपके नेल्स में सफेद दाग या लकीर दिखाई दे तो सावधान हो जाएं. ऐसा आम तौर से जिंक या कैल्शियम की कमी की वजह से होता है. जिंक या कैल्शियम वाले फूड के सेवन से इसकी आसानी से पूर्ति की जा सकती है.
इन्हें खाने से दूरी होगी समस्या
ज्यादा डेयरी प्रोडक्ट्स और हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन से जिंक का लेवल बढ़ सकता है. इसके अलावा पोल्ट्री या रेड मीट को भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
पीला या नीला नाखून
यूं तो स्वस्थ नाखून हमेशा रंग में स्वाभाविक रूप से गुलाबी होते हैं. लेकिन अगर आपको अपने नेल्स का कलर पीला या नीला दिखाई दे तो सर्तक होने की जरूरत है. शरीर में कम ब्लड सर्कुलेशन की वजह से ऐसा होता है.
व्यायाम से बढ़ाएं ब्लड सर्कुलेशन
आपके शरीर में आयरन की कम है. इसका फैसला ब्लड टेस्ट हो सकता है. एक बार कमी को सुधार कर लिया जाए तो नाखून की विकृति बदल जाएगी. व्यायाम के जरिए सर्कुलेशन को बढ़ाया जा सकता है. इसलिए इस बात का ध्यान रखें.
बाहरी कारण भी करते प्रभावित
वैसे तो नेल्स का कलर कुछ दिनों में सामान्य हो जाता है. लेकिन ऐसा न होने पर चिकित्सक को दिखाएं. पहले समझना जरूरी है कि कहीं नाखूनों का विकास बाहरी कारणों से तो नहीं प्रभावित हुआ है. बाहरी कारणों से नाखून के प्रभावित होने में अक्सर नकली नाखून शामिल होता है.