Relationship Tips: आज के जमाने में डेटिंग बिल्कुल कॉमन सी बात है. यूथ में Situationship (सिचुएशनशिप) काफी पॉपुलर हो रहा है. इस दरमियान अब सिंगल लोगों के बीच इंटरनेट पर एक नया चलन जोर पकड़ रहा है जिसे 'बॉयसोबर' (Boysober) कहा जाता है. जब सिंगल युवा डेटिंग, सिचुएशनशिप, एक्स, हुक-अप और यहां तक कि डेटिंग ऐप्स से ब्रेक लेते हैं तो इसे बॉयसोबर कहा जाता है. इस प्रैक्टिस के पीछ का आइडिया है कि लोग टॉक्सिक रिलेशन, लोगों और आसपास के वातावरण से पूरी तरह छुटकारा पाएं और सेल्फ-लव व सेल्फ-केयर पर फोकस करके खुद को हील करें. ये चलन आज के युवाओं में तेसी से बढ़ रहा है. लोग खुद को समय दे रहे हैं और अपने भविष्य और विकास के बारे में सोच रहे हैं. चलिए आपको बताते हैं कि आखिर ये बॉयसोबर होता क्या है और ये आया कहां से.
लड़के और लड़कियां दोनों कर रहे ट्राय
'बॉयसोबर' शब्द सुनने में ऐसा लगता है कि मानो ये सिर्फ लड़कों के लिए है. लेकिन ये गलत है. दरअसल, इस प्रैक्टिस को लड़के और लड़कियां दोनों आज के समय में अपना रहे हैं. ये प्रैक्टिस फिलहाल युरोप और अमेरिका में ज्यादा की जा रही है. लेकिन भारतीय युवा भी अब इसे अपना रहे हैं. खासतौर से वो युवा जो शहरों में रहते हैं और मोटी सैलरी वाली नौकरी कर रहे हैं.
कहां से आया ये बॉयसोबर शब्द
'बॉयसोबर' शब्द सबसे पहले इंटरनेट पर होप वुडार्ड ने इस्तेमाल किया. होप एक कॉमेडियन हैं जो सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा एक्टिव रहते हैं. साल 2024 में उन्होंने अपने एक टिकटॉक वीडियो में बॉयसोबर के रूल्स भी बताएं. उनके मुताबिक, बॉयसोबर के रूल्स हैं कि आप किसी टॉक्सिक रिलेशनशिप को एक्सेप्ट नहीं करेंगे, किसी सिचुएशनशिप में नहीं फंसेंगे और ना ही आप किसी डेटिंग ऐप के चक्कर में पड़ेंगे. आप सिर्फ अपने आप को एक्सप्लोर करेंगे. वो चीजें बिना रोक टोक के करेंगे जो आपको खुशी दें.
जानिए बॉयसोबर रूल्स
बॉयसोबर रूल्स हैं- कोई डेटिंग ऐप्स नहीं, कोई डेट नहीं, कोई एक्स नहीं, कोई सिचुएशनशिप नहीं. वह लाइफ में कहते रहे कि वह सिंगल हैं लेकिन वह कभी सिंगल नहीं रहे. क्योंकि उनका मानना है कि अगर कोई आपके दिमाग की जगह ले रहा है तो आप सिंगल नहीं हैं.
बॉयसोबर में होती है ये प्रैक्टिस
बॉयसोबर प्रैक्टिस यानी आप टॉक्सिक रिलेशनशिप के साथ जीना छोड़ देते हैं. आप अपने आप को निखारने में समय लगाते हैं. कुछ नया सीखते हैं, अपना भविष्य बेहतर बनाते हैं. सीधी भाषा में कहें तो बॉयसोबर प्रैक्टिस का मतलब कि आप दूसरों से प्यार की अपेक्षा करना बंद कर देते हैं और खुद से प्रेम करने लगते हैं. इसे आप सेल्फ लव या सेल्फ केयर भी कह सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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