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Ambedkar Jayanti 2024: बाबासाहेब अंबेडकर की ये 10 बड़ी बातें बनाती थी उन्हें महान, आप भी जानें

Ambedkar Jayanti 2024: बाबासाहेब अंबेडकर की महत्वपूर्ण बातों ने समाज में समानता और न्याय के मूल सिद्धांतों को प्रोत्साहित किया. उनके उपदेशों ने समाज को समृद्ध और समर्थ बनाने के लिए मार्गदर्शन किया.

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Inna Khosla
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10 big things of Babasaheb Ambedkar

Ambedkar Jayanti 2024( Photo Credit : News Nation)

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Ambedkar Jayanti 2024: बाबासाहेब अंबेडकर, भारतीय समाज के एक महान नेता थे जिन्होंने समाज में समानता, न्याय, और सामाजिक न्याय के लिए लड़ा. उनके विचार और उपदेश आज भी हमें राह दिखाते हैं. यहां हम बाबासाहेब अंबेडकर की 10 बड़ी बातें जानेंगे जो हमें जीवन में मार्गदर्शन करती हैं. उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के मोही गांव में हुआ था. उन्होंने अपने जीवन में समाज में विभाजन को मिटाने और असमानता के खिलाफ लड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए. अंबेडकर ने नागपुर विश्वविद्यालय से पढ़ाई की और फिर विदेश जाकर वहां से उच्चतम शिक्षा प्राप्त की. उन्होंने भारतीय संविधान का मुख्य रचनाकार भी बना. अंबेडकर का योगदान समाज में अग्रणी होने के साथ-साथ दलितों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी था. उनकी विचारधारा के आधार पर भारतीय संविधान में समानता और न्याय के मूल सिद्धांतों को समाहित किया गया. उनकी सोच और कार्यक्षमता ने देश को एकता की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. बाबासाहेब अंबेडकर की महानता को हमें सदैव याद रखना चाहिए.

1. समाज में समानता की प्रतिष्ठा करें

समानता की बात करते समय, अंबेडकर ने हमेशा समाज में समानता की महत्वपूर्णता को जाने और प्रतिष्ठा दी. उन्होंने विभाजन और भेदभाव के खिलाफ सख्त खड़ा होकर समाज को एकता की ओर बढ़ावा दिया.

2. शिक्षा को महत्व दें

शिक्षा अंबेडकर के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय थी जो उन्होंने समाज के हर वर्ग को प्रदान की. उनका मानना था कि शिक्षा के बिना समाज का विकास संभव नहीं है.

3. धर्मनिरपेक्षता की प्रोत्साहना करें

धर्मनिरपेक्षता अंबेडकर के लिए एक महत्वपूर्ण मूल्य था. उन्होंने हमेशा धार्मिक समानता को प्रोत्साहित किया और हर धर्म के अनुयायियों के अधिकारों की रक्षा की.

4. समाज में दलितों और वंचित वर्गों के अधिकारों की रक्षा करें

दलितों और वंचित वर्गों के अधिकारों की रक्षा करना अंबेडकर का मौलिक सिद्धांत था. उन्होंने इन समूहों के लिए समानता और न्याय की मांग की.

5. आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दें

आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना भी अंबेडकर के महत्वपूर्ण उपदेशों में से एक था. उन्होंने समाज को स्वतंत्र और सक्षम बनाने के लिए प्रेरित किया.

6. भारतीय समाज में सामाजिक बदलाव को प्रोत्साहित करें

सामाजिक बदलाव को प्रोत्साहित करना भी अंबेडकर का महत्वपूर्ण उद्देश्य था. उन्होंने समाज में सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक परिवर्तन को प्रोत्साहित किया.

7. जातिवाद और असमानता के खिलाफ लड़ाई लड़ें

जातिवाद और असमानता के खिलाफ लड़ाई लड़ना भी अंबेडकर के महत्वपूर्ण उपदेशों में शामिल था. उन्होंने इस अधिकारिक और सामाजिक असमानता के खिलाफ जनसंघर्ष किया.

8. स्त्री और पुरुष के बीच समानता को बढ़ावा दें

स्त्री और पुरुष के बीच समानता को बढ़ावा देना भी अंबेडकर के महत्वपूर्ण मूल्यों में से एक था. उन्होंने महिलाओं के अधिकारों की महत्वपूर्णता को समझाया और समर्थ बनाया.

9. जनसंख्या नियंत्रण, पर्यावरण संरक्षण, और स्वच्छता के महत्व को समझें

जनसंख्या नियंत्रण, पर्यावरण संरक्षण, और स्वच्छता के महत्व को समझना भी अंबेडकर के विचारों का एक हिस्सा था. उन्होंने सामाजिक और आर्थिक स्थितियों को सुधारने के लिए इन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया.

10. अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें

सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत भी अंबेडकर के महत्वपूर्ण उपदेशों में शामिल थी. उन्होंने अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए उत्साहित किया और समाज के लिए योगदान किया.

बाबासाहेब अंबेडकर की उपरोक्त बातें हमें समाज में समानता, न्याय, और सामाजिक न्याय के महत्व को समझाती हैं. उनके उपदेश हमें एक समृद्ध, समानतापूर्ण, और समर्थ समाज की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं.

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Source : News Nation Bureau

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