बढ़ती उम्र के साथ हमारी त्वचा अपनी लोच खोने लगती है. इसलिए चेहरे पर एक्सप्रेशन लाइन और कई फाइन लाइन्स दिखने लगती हैं. ये महीन रेखाएं गर्दन और माथे पर भी दिखाई दे सकती हैं. गर्दन और माथे की त्वचा पतली होती है. यह अक्सर शरीर के अन्य हिस्सों की तुलना में जल्दी उम्र बढ़ने के लक्षण होते हैं. माथे और गर्दन की झुर्रियाँ 30 के दशक के अंत में लोगों में आम होता है. गर्दन और माथे पर परत जिसमें कोलेजन होता है, बहुत पतली होती है. कोलेजन के कारण उम्र बढ़ने का खतरा अधिक होता है. गर्दन आमतौर पर शरीर का भूला हुआ हिस्सा है. आमतौर पर लोग चेहरे की केयर कर लेते हैं, लेकिन जब बात गर्दन की आती है तब लोग लापरवाही कर ही देते हैं. इसलिए आज हम आपको उन तरकीबों के बारे में बताएंगे जिनसे आप झुर्रियों से छुटकारा पा सकते हैं.
सनस्क्रीन का करें उपयोग
सूर्य के संपर्क में आने से बचे. रोज़ाना एसपीएफ़ 30 और पीए रेटिंग +++ के साथ एक ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन का उपयोग करें. हमेशा ऐसे स्किनकेयर उत्पादों का उपयोग करें जिनमें रेटिनॉल और पेप्टाइड्स के साथ-साथ हाइलूरोनिक एसिड हो, जो त्वचा को कोमल और हाइड्रेट करने में मदद करता है.
Vitamin C सीरम का करें इस्तेमाल
अपनी गर्दन और माथे के क्षेत्र पर Vitamin- C सीरम का उपयोग करें. Vitamin-C में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो त्वचा के लिए बहुत अच्छे होते हैं. विटामिन यूवी किरणों और अन्य पर्यावरणीय कारकों से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करता है.
करें मॉइस्चराइज़
बहुत से लोग अपने चेहरे को मॉइस्चराइज़ करना अच्छे से जानते है, लेकिन वे गर्दन और माथे के बारे में अक्सर भूल जाते हैं. मॉइस्चराइजर त्वचा को हाइड्रेट करने में मदद करता है, जिससे की झुर्रिया काम हो जाती हैं. हाइड्रेटेड रहने से झुर्रियों को कम करने में मदद मिल सकती है. इसलिए रोजाना 8 गिलास पानी तो अवस्य पिएं.
स्मोकिंग से बचें
आपको बता दें तनाव लेने से भी हम झुर्रियों और रिंकल्स के शिकार हो जाते हैं. इसलिए योग और अन्य शांत गतिविधियों का अभ्यास जरूर करें. अपने आहार में फल और हरी सब्जियों को शामिल करें और दिन में कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लें. धूम्रपान ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ा सकता है जिसके परिणामस्वरूप समय से पहले ही बुढ़ापा आ सकता है. धूम्रपान कोलेजन और निकोटीन को नुकसान पहुंचाता है जिससे रक्त वाहिकाओं को प्रतिबंधित किया जा सकता है.
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करवाएं लेजर ट्रीटमेंट
गर्दन और माथे को नरम और फिर से जीवंत करने के लिए न्यूरोटॉक्सिन और हयालूरोनिक फिलर्स का उपयोग महीन रेखाओं और झुर्रियों के लिए किया जा सकता है. लेजर और केमिकल पील्स उपचार कुछ अन्य उपचार हैं जिनका उपयोग महीन रेखाओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है. गर्दन और माथे की त्वचा को जवां, कम झुर्रीदार और कड़क दिखाने के लिए CO2 लेज़र खूबसूरती से काम करते हैं.