Benefits of ashwagandha: अश्वगंधा एक-दो नहीं, बल्कि ढेरों चमत्कारी गुणों की खान माना जाता है. यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए ही फायदेमंद है, लेकिन अक्सर कई लोग इसके गुणों से अनजान होते हैं. अश्वगंधा संस्कृत शब्द है जिसका मतलब होता है घोड़े से निकलने वाली गंध. यानी घोड़ा ताकत या शक्ति का प्रतीक है जबकि गंध स्वास्थ्य को अनुकूल बनाता है. बेशक संस्कृत के हिसाब से सिर्फ यह ताकत का प्रतीक है लेकिन इसके कई कुदरती गुण कमाल के हैं. अश्वगंधा में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है. यानी यह शरीर से इंफ्लामेशन को खत्म करता है. अश्वगंधा और दूध का सेवन फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद करता है. अगर आप भी नींद न आने की समस्या से परेशान हैं तो ये आपके लिए चमत्कारी साबित होगा. बस हर रात सोने से पहले आपको इसे गुनगुने दूध में मिलाकर पीना है. हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक अश्वगंधा में एडोप्टोजेन नाम का कंपाउड पाया जाता है जो स्ट्रेस वाले हार्मोन कॉर्टिसोल के स्तर को कम कर देता है. अश्वगंधा के सेवन से ब्रेन फंक्शन तेज होता है. इसके लिए हुए अध्ययन में पाया गया कि जब लोगों को 240 मिलीग्राम अश्वगंधा दिया गया तो उनमें एंग्जाइटी और स्ट्रोस खत्म हो गया.
कॉर्टिसोल हार्मोन का लेवल बढ़ने से होता नींद में सुधार
अश्वगंधा में एडाप्टोजेन नाम का कंपाउंड मौजूद होता है, जो कॉर्टिसोल हार्मोन के लेवल को कम करने में बड़ी भूमिका निभाता है. जानकारी के लिए बता दें, कि कॉर्टिसोल हार्मोन का बढ़ा हुआ स्तर ही नींद की कमी के पीछे जिम्मेदार होता है. ऐसे में रोजाना सोने से पहले गर्म दूध में अश्वगंधा का सेवन काफी लाभकारी होता है.
एंग्जाइटी और डिप्रेशन में रामबाण
अश्वगंधा पौधा झाड़ियों में उगता है जिसमें पीले रंग का फूल होता है. अश्वगंधा की जड़ से इसका पाउडर तैयार किया जाता है. जिसे आयुर्वेद में सदियों से कई बीमारियों के लिए इलाज में इस्तेमाल किया जाता है. आयुर्वेद में अश्वगंधा का इस्तेमाल एंग्जाइटी दूर करने में होता है. आधुनिक विज्ञान में भी अश्वगंधा के कई गुणों को प्रमाणित किया गया है.
टेस्टोस्टेरॉन लेवल होता है बूस्ट
हालांकि आयुर्वेद में सदियों से अश्वगंधा और दूध का सेवन फर्टिलिटी बढ़ाने में किया जाता रहा है लेकिन अब विज्ञान भी इसे प्रमाणित कर चुका है. अश्वगंधा से पुरुषों में फर्टिलिटी बूस्ट होती है. एक अध्ययन के मुताबिक 40 से 70 साल के पुरुषों में जब 8 सप्ताह तक अश्वगंधा का टैबलेट दिया गया तो उनमें शारीरिक थकान दूर हो गई और उनमें टेस्टोस्टेरॉन लेवल में 14.7 प्रतिशत की वृद्धि हो गई.
स्टेमिना में होता है इजाफा
अध्ययन में यह भी पाया गया कि अश्वगंधा के सेवन से एथलीटों में प्रदर्शन बढ़ गया. उसमें स्टेमिना की वृद्धि हो गई है. अध्ययन के मुताबिक 120 मिलीग्राम से 1250 मिलीग्राम के बीच अश्वगंधा के सेवन करने के बाद एथलीटों का प्रदर्शन बढ़ जाता है. इससे ताकत में वृद्धि हो जाती है.
डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद
जो लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं उनके लिए अश्वगंधा का सेवन बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. 24 अध्ययनों के विश्लेषण से यह पाया गया कि अश्वगंधा के सेवन से डायबिटीज कंट्रोल में रहता है. अश्वगंधा हीमोग्लोबिन A1c, इंसुलिन में सुधार लाता है और ब्लड लिपिड और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है.
सौंदर्य निखारने में करता है मदद
अश्वगंधा में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है. यानी यह शरीर से इंफ्लामेशन को खत्म करता है. इंफ्लामेशन के कारण ही शरीर में फ्री रेडिकल्स बनते हैं जिसके कारण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस होता है. यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस स्किन को बहुत खराब कर देता है. इससे कई तरह की क्रोनिक बीमारियां होती हैं. इस तरह अश्वगंधा इंफ्लामेशन वाले प्रोटीन इंटरल्यूकिन को कम कर देता है.
मूड स्विंग्स होने से रोकता है अश्वगंधा
चिंता और तनाव से आजकल हर कोई परेशान है. ऐसे में आपको बता दें, कि गर्म दूध में अश्वगंधा मिलाकर पीने से स्ट्रेस जैसी समस्या में राहत पाई जा सकती है. यह मूड स्विंग्स के लिए जिम्मेदार हार्मोन्स को मैनेज करने में भी बेजोड़ औषधि की तरह काम करता है.
इनफर्टिलिटी की समस्या दूर करने में मददगार
फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद में अश्वगंधा को रामबाण नुस्खा माना जाता है. चाहें बात पुरुषों की करें या महिलाओं की, दोनों में ही इनफर्टिलिटी की समस्या दूर करने के लिए अश्वगंधा एक बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधि साबित हो सकता है. इसके सेवन से थकान तो दूर होती ही है, साथ ही पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन लेवल में भी शानदार इजाफा देखने को मिलता है.
Disclaimer: यहां उपलब्ध सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. हम किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
Source : News Nation Bureau