कल यानी 2 नवंबर के दिन धनतेरस के साथ ही दिवाली के महापर्व का आगाज़ हो चुका है. दिवाली के धूम धड़ाके के बीच कई बार चोट लगने की घटना या छोटे मोटे हादसे हो ही जाते हैं. दिवाली से पहले आम तौर पर जो सावधानियां बरती जाती हैं वो हम सबके लिए नई नहीं हैं. हालांकि किसी भी तरह की दुर्घटना या चोट से बचने के लिए दिवाली पर क्या करें और क्या नहीं, इस बारे में एक बार फिर जान लेने में कोई हर्ज नहीं है. ऐसे में आज हम आपको सेफ दिवाली मनाने के लिए क्या करें और क्या नहीं इसकी जानकारी देने जा रहे हैं.
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क्या ना करें
- फुस्स हो चुके किसी पटाखे को दोबारा जलाने की कोशिश ना करें. हो सकता है उसका पलीता छोटा हो गया हो और नजदीक जाते ही वह फट जाए. कुछ देर के लिए उसे यूंही छोड़ दें और उसके बाद उस पर पानी डाल दें.
- घर के अंदर किसी भी तरह के पटाखे ना जलाएं.
- पटाखों को अपनी जेब में कभी ना रखें। ये विस्फोटक होते हैं और बिना जले भी समय से पहले ही फट सकते हैं.
- धातु या कांच के बर्तन में कभी भी पटाखे ना जलाएं.
क्या करें
- पटाखों के डिब्बों पर लिखे निर्देश पढ़ना ना भूलें. अक्सर हम ऐसा नहीं करते लेकिन ऐसा करना चाहिए. इसी में समझदारी है.
- किसी भी तरह के ज्वलनशील पदार्थ जैसे बिल्डिंग, पेड़, सूखी घास और इसी तरह के दूसरे अवरोधों से दूर हटकर पटाखे जलाएं.
- पानी को हमेशा अपने पास रखें. एक बाल्टी और पानी का पाइप रखें ताकि पटाखों को बुझने के बाद उसे पानी में डाल सकें.
- पटाखे जलाते वक्त नजदीक ना जाएं. अपना हाथ दूर रखें और चेहरे को भी दूसरी तरफ कर लें.
- पटाखे जलाने के बाद उसे पानी में डालकर पूरी तरह से बुझा दें और इसे बच्चों की पहुंच से दूर रखें. जलने के बाद भी पटाखों का सिरा कुछ देर तर गर्म रहता है जो किसी बच्चे की त्वचा या आसपास पड़े किसी ज्वलनशील पदार्थ को जला सकता है.
- किसी घायल व्यक्ति को किस तरह फर्स्ट एड देना है इसके लिए पूरी जानकारी इकट्ठा कर खुद को तैयार रखें.
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सामान्य जलने पर फर्स्ट एड
- घायल व्यक्ति को तुरंत घटनास्थल से दूर ले जाएं.
- जहां जलने का घाव हुआ है वहां का कपड़ा हटाएं.
- जले हुए हिस्से पर करीब 3 से 5 मिनट तक हल्का ठंडा पानी डालें. लेकिन भूलकर भी बर्फ का इस्तेमाल ना करें. ऐसा करने से चोट को ठीक होने में ज्यादा वक्त लगता है.
- घाव पर किसी भी तरह का पाउडर, मक्खन, घी या तेल ना लगाएं. इससे स्किन इंफेक्शन होने का खतरा रहता है.
- अगर जलने का घाव छोटा है तो उतने दूर के हिस्से को साफ कर करीब 24 घंटे के लिए वहां पर हल्की सी ड्रेसिंग कर दें.
यहां लें डॉक्टर की मदद
- अगर शरीर का 10 फीसदी या इससे ज्यादा हिस्सा जला है तो तुरंत अस्पताल जाएं और डॉक्टर की मदद लें. किसी भी हालत में गिली पट्टी ना बांधें. इससे शरीर का तापमान गिरता है. इसकी बजाए किसी साफ तौलिए से उतने दूर के हिस्से को ढंक दें.
- जलने की चोट अगर किसी तरह के केमिकल या बिजली के तार से हुई है तब भी तुरंत चिकित्सक की सलाह लें.
- अगर घाव चेहरे, सिर, हाथ या हड्डी के जोड़ पर हो तब भी खुद चोट ठीक करने की कोशिश करने की बजाए तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.
- अगर घाव में सूजन आ गई हो, पस निकल रहा हो या लालीपन हो, तब भी अस्पताल जाकर डॉक्टर को दिखा देना ही बेहतर होगा.