जब हम गुस्से में होते हैं, तो योग हमें शांति और संतुलन की ओर ले जाता है और कई लाभ प्रदान करता है. हमारी मानसिक स्थिति में सुधार होती है और हम गुस्से को कम करने में सक्षम होते हैं. योग के अभ्यास से हमारा शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है, जो कि गुस्से को नियंत्रित करने में मदद करता है. योग हमें अपने आत्म-ज्ञान की ओर ले जाता है और हमें अपनी भावनाओं को समझने का मार्ग प्रदान करता है. हमें संयम और ध्यान की क्षमता मिलती है, जिससे हम गुस्से को संयंत्रित करने में सक्षम होते हैं. योग हमें अपनी भावनाओं और विचारों को संतुलित रखने की क्षमता प्रदान करता है, जिससे हम गुस्से को नियंत्रित कर सकते हैं, जो कि गुस्से को कम करने में सहायक होता है. इस तरह, योग हमें गुस्से में शांति और संतुलन प्राप्त करने में मदद करता है और हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है. गुस्से के समय किसी भी योगासन का अभ्यास करने से हमें कई लाभ हो सकते हैं. यह योगासन हमें ध्यान और शांति की स्थिति में लाता है और हमारी भावनाओं को संतुलित करने में मदद करता है.
ये आसान रहेंगे लाभकारी
विपरीत करनी आसन (Viparita Karani Asana): यह योगासन गुस्से को शांत करने में मदद करता है. इसके अभ्यास से हमारा ध्यान और मनोशांति बढ़ती है और हम अपने विचारों को संतुलित कर पाते हैं.
उत्तानासन (Uttanasana): यह योगासन हमें गहरे शांति और सामर्थ्य का अनुभव कराता है. इसका अभ्यास करने से अधिक ध्यान और धैर्य मिलता है जो कि गुस्से को कम करने में सहायक होता है.
बालासन (Balasana): यह योगासन हमें विश्रांति की अवस्था में लाता है और हमें मानसिक स्थिति को संतुलित करता है. इसके अभ्यास से गुस्से को नियंत्रित किया जा सकता है.
भ्रामरी प्राणायाम (Bhramari Pranayama): यह प्राणायाम हमें मानसिक संतुलन प्राप्त करने में मदद करता है और हमारे मन को शांत करता है. इसका अभ्यास करने से हम गुस्से को नियंत्रित कर सकते हैं.
शवासन (Shavasana): यह योगासन हमें गहरी शांति और आत्म-अवलोकन की अनुभव कराता है. इसके अभ्यास से हमारी मानसिक स्थिति में सुधार होता है और हम गुस्से को शांत कर सकते हैं.
इन योगासनों का अभ्यास करके हम अपने गुस्से को नियंत्रित कर सकते हैं और एक शांतिपूर्ण और संतुलित जीवन जी सकते हैं.
Source : News Nation Bureau