भावनात्मक रूप से मजबूत होना जरूरी है. आज के इस दौर में जहां हर कोई सिर्फ अपने बारे में सोचता है, ऐसे वक्त में इमोशनली स्ट्रांग लोग दूसरों की तुलना में अपने दैनिक जीवन में तमाम तनावों को बेहतर ढंग से प्रबंधित करते हैं, न सिर्फ इतना, बल्कि हर चुनौतियों और सभी संकटों का सामना करते, कम समय में तेजी से उबरते हैं. मगर यहां सवाल है कि, क्या किसी व्यक्ति को बाहर से देख कर उसकी आंतरिक दृढ़ता का सटीक आकलन किया जा सकता है? ऐसे इसलिए क्योंकि इंसान की भावनात्मक ताकत, उसके बाहर नहीं, बल्कि आंतरिक क्षमताओं को संदर्भित करती है...
गौरतलब है कि, अक्सर भावनात्मक रूप से मजबूत लोगों को शांत, स्थिर प्रकार के लोगों के तौर पर दर्शाया जाता है. ऐसे लोग जो कभी शिकायत नहीं करते, वे संकट के दौरान भावनात्मक अभिव्यक्ति करने के लिए ज्यादा से ज्यादा जबड़े-भींचने, मुट्ठी भींचने और घूरने तक सीमत रहते हैं. जब कभी कोई व्यक्ति गुस्सा करता है, नाराज होता है या फिर खराब से खराब स्थिति में आंसू बहाता है, तो उसे भावनात्मक रूप से कमजोर व्यक्ति के तौर पर देखा जाता है. हालांकि इस तरह की धारणाएं न केवल गलत है, बल्कि अत्यधिक भ्रामक भी हैं.
जबकि असलीयत में हकीकत इससे बिल्कुल विपरित है, मसलन भावनात्मक ताकत एक ऐसी चीज है जिसका आकलन केवल समय के साथ ही किया जा सकता है. यानि किसी भी वक्त पर कोई व्यक्ति कैसी प्रतिक्रिया देता है, इससे कोई मतलब नहीं. असल मायने में इसमें किसी व्यक्ति की चुनौतियों से निपटने और उनसे उबरने की क्षमता का महत्व है. यहां हम आपको 4 ऐसे लक्षण बताने जा रहे हैं, जो अक्सर भावनात्मक रूप से मजबूत लोगों में देखे जाते हैं.
1. सेल्फ अवेयरनेस
भावनात्मक रूप से मजबूत लोगों को अपनी आवश्यकताओं की बेहतर ढंग से पहचान होती है. न सिर्फ इतना, बल्कि वो इन्हें व्यक्त करने में भी सक्षम होते हैं.
2. रेसिलियंस
भावनात्मक रूप से मजबूत लोगों को जब कभी हार का सामना करना पड़ता है, या जब कभी वो निराश होते हैं, तो वो हतोत्साहित नहीं होते, बल्कि वो सबकुछ भूल कर आगे बढ़ते हैं.
3. एडेप्टेबिलिटी
भावनात्मक रूप से मजबूत लोग आसानी से लोगों के साथ ढल जाते हैं, उनमें दूसरों की तुलना में परिवर्तन के अनुकूलन परिवर्तन काबिलियत होती है.
4. ऑप्टिमिज्म
भावनात्मक रूप से मजबूत लोग संकट को लेकर ध्यान केंद्रित नहीं करते, बल्कि उनका पूरा ध्यान इस संकट से पार पाने में होता है, जो उन्हें दूसरों की तुलना में ज्यादा सफर व्यक्ति बनाता है.
Source : News Nation Bureau