Hair Care Tips: मौसम कोई भी हो लेकिन, बालों का झड़ना और असमय सफेद होना अब एक आम समस्या बन गई है. खराब जीवनशैली और खान-पान के कारण बालों झड़ने लगते हैं. अक्सर लोग इसके निदान के लिए केमिकल से भरे प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने लगते हैं लेकिन, इसके बावजूद इस प्रॉब्लम से छुटकारा नहीं मिलता है. ऐसे में कुछ आयुर्वेदिक उपाय ऐसे हैं जिसे अपनाकर आप बालों की समस्याओं से निदान पा सकते हैं. बालों को झड़ने से रोकने के लिए आयुर्वेद के अनुसार 5 ऐसी जड़ी बूटियां हैं जिससे बालों का झड़ना और सफेद होना रोकने में मदद मिल सकती है.
बालों की सेहत ठीक करने लिए आजमाएं ये 5 जड़ी बूटिया:-
आंवला
आंवला बालों के लिए एक सिद्ध टॉनिक है. यह धूसरपन को धीमा करता है, रूसी को रोकता है, बालों के रोम को मजबूत करता है. इसके साथ ही यह खोपड़ी में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है जिससे बालों के विकास में सुधार होता है. सर्दियों में फल या च्यवनप्राश के रूप में ले सकते हैं, पाउडर, टैबलेट, जूस के रूप में भी इसा सेवन कर सकते हैं.
मोरिंगा
मोरिंगा की पत्तियां पर्याप्त मात्रा में आयरन, विटामिन ए, सी और मैग्नीशियम से भरपूर होती हैं जो बालों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं. पाउडर के रूप में सबसे अच्छा सेवन किया जाता है या करी, जूस, रोटियों में मिलाया जा सकता है.
नारियल
खाना पकाने में नारियल के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है. सूखे नारियल को नाश्ते के रूप में या लड्डू के रूप में खाया जा सकता है. नारियल पानी कभी-कभी लिया जा सकता है क्योंकि यह न केवल आपकी स्वाद कलियों के लिए अच्छा है, बल्कि आपके बालों के लिए एक स्वस्थ, हाइड्रेटिंग घटक भी है.
करी पत्ता
करी पत्ता बालों का गिरना कम करने में मदद करता है, सफेद बालों को रोकता है और बालों के विकास में सुधार करता है. हर्बल चाय के रूप में या पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. चटनी में भी बनाया जा सकता है या सब्जी, रोटी, करी में डाला जा सकता है. करी पत्ते को हमेशा खाने में शामिल करना चाहिए.
भृंगराज
भृंगराज को केशराज के नाम से जाना जाता है. बालों के स्वास्थ्य के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जड़ी-बूटियों में इसे सबसे अच्छा माना जाता है. यह स्वस्थ बालों का विकास करता है और आपके बालों को मजबूत और चिकना बनाता है. भृंगराज का उपयोग आप तेल के रूप में भी कर सकते हैं.