Retro Walking Benefits : वॉकिंग एक बेहद फायदेमंद एक्टिविटी है. जो आपको फिजिकली फिट रखने में मदद करती है. रोजाना कुछ स्टेप्स चलने से आपको कई सारे फायदे हो सकते हैं. लेकिन क्या कभी आपको किसी ने बताया है कि सीधा चलने से ही नहीं बल्कि उल्टा चलने से भी हमारी सेहत को डबल फायदे हो सकते हैं. चलना केवल एक एक्टिविटी नहीं है बल्कि एक्सरसाइज है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि हमें रोजाना चलने की आदत डालनी चाहिए. इससे दिल, दिमाग, किडनी, लिवर आदि का फंक्शन बढ़ता है. मगर पिछले कुछ समय से रेट्रो वॉकिंग की काफी चर्चा हो रही है. विशेषज्ञों को मानना है कि सिर्फ 10 से 20 मिनट की रेट्रो वॉकिंग से अनगिनत फायदे प्राप्त किए जा सकते हैं. आइए जानते हैं कि क्या है रेट्रो वॉकिंग और सेहत को इससे क्या फायदे मिलते हैं.
क्या है रेट्रो वॉकिंग
रेट्रो वॉकिंग एक एक्सरसाइज है. इस टर्म को बैकवार्ड वॉकिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह आपकी मसल्स और माइंड बॉडी कनेक्शन के लिए काफी अच्छी होती है. इसमें आपको सीधा खड़े होकर पीछे की तरफ चलना पड़ता है. आइए इसके फायदों के बारे में जानते हैं.
माइंड और बॉडी कनेक्शन होता मजबूत
हम रोजाना चलते हैं और हमारे पैर, मसल्स व दिमाग को इसकी आदत हो चुकी है. इसे करते हुए हमारा दिमाग पूरी तरह काम नहीं करता है बल्कि हल्का सा सिग्नल मिलते ही मसल्स की याददाश्त काम करने लगती है. इससे माइंड टू बॉडी का कनेक्शन ढीला हो गया है. जब हम उल्टा चलते हैं जिसकी आदत नहीं है तो दिमाग को मसल्स को ढंग से सिग्नल देने पड़ते हैं. इससे दोनों के बीच का कनेक्शन मजबूत होता है.
जोड़ों की अकड़न व सूजन में मिलती राहत
उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों का स्वास्थ्य कमजोर हो जाता है जिसे ऑस्टियोआर्थराइटिस कहते हैं. इसमें जोड़ों के अंदर अकड़न व सूजन आ जाती है जिससे चलने या उठते-बैठते वक्त दर्द होने लगता है. एक शोध के मुताबिक रेट्रो वॉकिंग से इनका प्रेशर कम होने लगता है और अकड़न दूर होती है. उल्टा चलने से आपको जोड़ो के दर्द से आराम मिलता है. कोई पुराना चोट का दर्द सताता है तो इससे आपको आराम मिल जाता है.
वजन कम करने में मददगार
सामान्य चलने के मुकाबले पीछे की तरफ चलने में ज्यादा मेहनत लगती है. इसकी वजह से आपकी बर्न होने वाली कैलोरी की मात्रा भी बढ़ जाती है. यह वजन कम करने में नॉर्मल वॉकिंग से ज्यादा बेहतर है और जल्दी असर दिखा सकती है. उल्टा चलने की वजह से आपकी मांसपेशियां ज्यादा काम करती हैं जिस वजह से कैलोरी बर्न करने में ज्यादा मदद मिलती है.
स्लीप साइकिल में होता सुधर
रेट्रो वॉकिंग करने से बॉडी अवेयरनेस बढ़ती है. स्लीप साइकिल सुधर जाती है और आपके सोचने, सीखने व याद करने की क्षमता में बढ़ोतरी दिखती है. अगर आप तनाव या एंग्जायटी के शिकार हैं तो इसे जरूर अपनाकर देखें.
मांसपेशियां होती है मजबूत
उल्टा चलना एक ऐसी एक्टिविटी है जिसके जरिए, शरीर में ऐसी मांसपेशियां जैसे हैमस्ट्रिंग और ग्लूट्स शामिल होती हैं, जिन्हें अक्सर सामान्य वॉक के दौरान अनदेखा कर दिया जाता है. इस तरह इन सभी मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है.
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए. कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें.
Source : News Nation Bureau