Acharya Balkrishna: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग काम आगे अपनी सेहत का ख्याल नहीं रख पाते, जिससे उनको सेहत से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं. ऐसे में हम आपको एक लतावाला सब्जी का नाम बताने जा रहे हैं. सब्जी में एन्टी-ऑक्सिडेंट, फाइबर, कैराटिनॉयड, विटामिन सी, आयरन या पोटाशियम होता है, जो हार्ट अटैक, कोलेस्ट्रॉल जैसी कई समस्याएं में रामबाण साबित हो सकता है. विशेषज्ञ आचार्य बालकृष्ण ने इस सब्जी के कई आयुर्वेदिक फायदे बताए हैं. आइए जानते हैं.
इस हरी सब्जी का नाम टिंडा है. जिसे खाने से लोग बहुत भागते हैं. लेकिन आचार्य बालकृष्ण ने इस सब्जी के कई आयुर्वेदिक फायदे बताए हैं. आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि टिंडा सब्जी को प्राचीन काल से ही महत्वपूर्ण औषधीय महत्व के लिए जाना जाता है. टिंडा में एन्टी-ऑक्सिडेंट, फाइबर, कैराटिनॉयड, विटामिन सी, आयरन या पोटाशियम होता है जो टिंडे को सूपरफूड बनाने में मदद करता है. इस सब्जी का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कम होने के साथ-साथ पेट और आंतों की सफाई करने, पेट, लिवर और त्वचा की बीमारियों को कम करने में भी सहायक है.
कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल
आचार्य बालकृष्ण जी के मुताबिक. टिंडा में एन्टी-ऑक्सिडेंट, फाइबर जैसे कई तत्व पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में काफी सहायक होते हैं. शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज हो सकती है और आपको हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा हो सकता है. लेकिन अगर आप इस सब्जी को अपने डाइट में शामिल करते हैं तो इससे आपको काफी हद तक कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में फायदा मिल सकता है.
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कब्ज और बवासीर कारगर
आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, टिंडे की सब्जी में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है और इसके सेवन से पाचन क्रिया काफी दुरुस्त रहती है. इस सब्जी के रोजाना सेवन से आंत का बेहतर रहता है और उनकी सफाई होती है, जिससे आपको कब्ज और बवासीर सहित आंतों के कई समस्याओं से बचने में मदद मिलती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)