Monkeypox Virus: दुनिया के अलग-अलग देशों में मंकीपॉक्स के मामलों मिलने से कई देशों की सरकारों और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की चिंता बढ़ा गयी है. भारत में मंकीपॉक्स के अभी एक भी केस नहीं आए हैं. लेकिन कई देशों में रोजाना मंकीपॉक्स की संख्या बढ़ रही है. इसको देखते हुए WHO ने हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है. वहीं अफ्रीका में इस बीमारी के नए वेरिएंट के बारे में पता चला है जिसे लेकर काफी चिंता जताई जा रही है. आपको बता दें कि मंकीपॉक्स के कारण शरीर में कई तरह की समस्याएं हो सकती है.
मंकीपॉक्स के लक्षण
अगर कोई व्यक्ति मंकीपॉक्स का शिकार होता है तो उसे तेज बुखार आएगा, पीठ और मांसपेशियों में दर्द होने लगेगा, तनाव होगा, सिर में दर्द होगा, त्वचा पर दाने, स्किन पर चकते पड़ना, खुजली की समस्या होना लगेगी, शरीर में सामान्य रूप से सुस्ती आना जेसै लक्षण होंगे हैं. यह संक्रमण आमतौर पर 15 से 20 दिनों तक रहता है. पैरों और शरीर के अन्य हिस्सों पर चकते, रैशेस होना, साथ ही गला ख़राब होना और बार-बार खांसी आना ये सारी चीजें मंकीपॉक्स के लक्षण है.
मंकीपॉक्स वायरस संक्रमित इंसान के संपर्क में आने से फैलता है. मंकीपॉक्स वायरस त्वचा, नाक, आंख या मुंह के माध्यम से शरीर में फैलता है. और यह संक्रमित जानवर के काटने से भी हो सकता है. साथ ही संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध रखने से भी यह बीमारी फैल सकती है. मंकीपॉक्स के लक्षण 2-4 हफ्तों में दिखाई देते हैं. अगर आपको भी ऐसे कोई लक्षण दिखाई दे तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
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मंकीपॉक्स से शरीर में हो सकती हैं ये समस्याएं
मंकीपॉक्स एक तरह का वायरल इंफेक्शन है इसकी वजह से स्किन पर घाव बनने लगते हैं. जिसके बाद बुखार हो जाता है. अधिकतर मामलों में यह ठीक हो जाता है लेकिन कई बार यह गंभीर रूप ले लेता है. लेकिन कुछ मामलों में मंकीपॉक्स का इंफेक्शन फेफड़ों तक फैल जाता है और जिसके कारण सांस लेने में दिक्कतें होने लगती है. मंकीपॉक्स इंफेक्शन के कारण आंख पर भी बुरा असर होता है. मंकीपॉक्स वायरस न्यूरोन सिस्टम पर भी बुरा असर डालता है.