जमाना कितना भी मॉडर्न क्यों न हो गया हो, कितने भी एलोपैथिक दवाएं (allopathic medicines) क्यों न निकल जाएं लेकिन जो असर औषधीय पौधों (Ayurvedic Plants) के घरेलु उपचार से होता है वो एलोपैथिक से भी नहीं होता. जैसा की आप सब भी जानते है औषधीय पौधें आयुर्वेद (ayurveda) का जरूरी हिस्सा है, जिसका इस्तेमाल सदियों से रोगों का उपचार करने के लिए किया जा रहा है. हर्बल उपचार (herbal care) में शारीरिक और मानसिक कल्याण को ठीक करने की अधिक क्षमता होती है. हालाँकि एलोपैथिक दवाएं भी रोगी को ठीक करता है लेकिन उनके साइड इफेक्ट्स(side effects) भी उतने ही ज्यादा है. यही कारण है कि अधिकतर लोग एलोपैथिक दवाओं की जगह आयुर्वेदिक दवाओं को लेना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. तो आइए आज हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे ही औषधीय पौधों को बारे में जिनको आप अपने घर में लगाकर कई बिमारियों से छुटकारा पा सकते हैं.
1. लेवेंडर (Levender)
लेवेंडर एक बहुत ही खुशबूदार पौधा है. इसके फूलों को दवाइयों में इस्तेमाल किया जाता है. आपको बता दें लेवेंडर आयल के भी बहुत से फायदे है. लेवेंडर के तेल को अन्य जड़ी बूटी में मिलकर लगाने से बाल कम झड़ते हैं. कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि लेवेंडर में एंटी इंफ्लेमेट्री तत्त्व पाए जाते हैं जिसके कारण लेवेंडर का इस्तेमाल अरोमाथेरेपी में किया जाता है.
2. हल्दी का पौधा (Turmeric Plant)
हल्दी हमेशा से ही अपने औषधिक गुणों के लिए जानी जाती है. हल्दी न सिर्फ खाने में उपयोग होती है बल्कि अपनी एंटी एंटीइंफ्लेमेट्री गुणों के चलते इसका उपयोग कई बीमारयों को ठीक करने में भी होता है. हल्दी कई तरह के त्वचा रोगों और जॉइंट अर्थराइटिस को ठीक करने में बहुत फयदेमंद है. आपको बता दें हल्दी के पत्तों को पीसकर इसके रस का सेवन करने से रक्त संबंधी विकारों जैसे रक्त में घुली अशुद्धि, रक्त संचरण में होने वाली समस्याओं आदि से छुटकारा मिलता है.
3. अंगूर का अर्क
अंगूर के बीजों का अर्क ल्यकीमिया यानि रक्त कैंसर सहित कई प्रकार के कैंसर को ठीक करने में काफी मददगार है. अंगूर के बीज के अर्क के नियमित सेवन से कैंसर सेल्स को विकसित होने से रोकने में मदद मिलती है. अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण कोलेस्ट्रॉल को कम करने और पैरों की नसों में खराब ब्लड सकुर्लेशन के लक्षणों को कम करने में लाभकारी साबित होता है.
4. अलसी का पौधा (Alsi Plant)
अलसी के गुण आँख संबंधी बीमारियों में बहुत फायदेमंद होता है. आंखों की बीमारी, जैसे- आंख आना, आंखों की लालिमा खत्म होने आदि को ठीक करने के लिए अलसी का प्रयोग किया जाता है. अलसी का सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका इसे अपने भोजन में शामिल कर लें. आपको बता दें कि कान के सूजन को ठीक करने के लिए भी अलसी का प्रयोग किया जाता है.
5. टी- ट्री ऑयल
बालों का झड़ना हो या फिर फेस से जुड़ी अन्य समस्या, टी- ट्री आयल आपकी सभी परेशानियों को दूर करने की छमता रखता है. इसलिए इसका उपयोग ज्यादातर असेंसिशल ऑयल के रूप में किया जाता है.
Source : News Nation Bureau