होली 2023: बनारस समेत देश के कई हिस्सों में मनाई जाती है अजीबो-गरीब होली

यूपी के मथुरा स्थित बरसाना में एक अनोखी परंपरा का पालन किया जाता है. यहां पुरुषों को महिलाओं द्वारा लकड़ी की छड़ें से पीटा जाता है.

author-image
Amita Kumari
एडिट
New Update
holi2023

Strange Holi celebration( Photo Credit : सोशल मीडिया)

Advertisment

Holi 2023: होली रंगों का त्योहार है. इसे हर साल पूरे देश में पूरी भव्यता और धूमधाम के साथ मनाया जाता है. भारत के बाहर के लोग भी रंग, पानी और भोजन के होली को मनाते हैं. होली में एक-दूसरे को लोग रंग लगाते हैं और भांग और थंदाई के साथ आनंद लेते हैं. होली पर लोग अपने प्रियजनों को मिठाई भी खिलाते हैं और एक-दूसरे को त्योहार की बधाई देते हैं. इस साल होती का त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा, जिसको लेकर अभी से उत्साह का माहौल है.

हालांकि, अब और पहले की होली में बहुत फर्क आ गया है. यहां हम आपको आज पहले की होली की परंपराओं से रूबरू कराते हैं, जिसका इतिहास, मनाने का तरीका बहुत ही मजेदार है.

लठ मार होली: यूपी के मथुरा स्थित बरसाना में एक अनोखी परंपरा का पालन किया जाता है. यहां पुरुषों को महिलाओं द्वारा लकड़ी की छड़ें से पीटा जाता है. पुरुष कभी -कभी कैटकॉल करते हैं और महिलाओं को अपना ध्यान आकर्षित करने के लिए चिढ़ाते हैं और फिर पिटाई से खुद को बचाते हैं.

ये भी पढ़ें :Holi 2023: होली के रंगों से हो सकती हैं ये खरतनाक बीमारियां, रहें सावधान

पक्का रंग: भारत के त्योहार इसकी जड़ों और मिट्टी के बहुत करीब हैं. पक्का रंग प्राकृतिक रंगों और जड़ी -बूटियों से बने कार्बनिक रंग हैं. अक्सर होली को विषाक्त रसायनों वाले रंगों के साथ खेला जाता है. जिससे शरीर में हानिकारक स्थिति हो सकती है. लेकिन देश के कई हिस्सों में लोग मिट्टी से होली खेलते हैं. लोग आज भी एक दूसरे को मिट्टी, फूल, और गाय के गोबर से होली खेलते हैं. 

भस्म की होली : वाराणसी में एक चौंकाने वाली परंपरा का पालन किया जाता है- ये शहर उनके होली समारोहों के लिए जाना जाता है. पुजारी द्वारा पूजा किए जाने के बाद लोग श्मशान के पिरामियों से प्राप्त राख को एक -दूसरे को फेंकते हैं. कभी -कभी वे गुलाल को राख के साथ मिलाते हैं और होली खेलने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं.

होलिका दहन: इस परंपरा का पालन भारत में बहुत सारे स्थानों पर किया जाता है. जहां सूखी शाखाओं और अप्रयुक्त वस्तुओं के विशाल ढेर बनाए जाते हैं. और फिर आग लगा दी जाती है. यह उदासी और विषाक्तता को छोड़ देता है और हमारे जीवन में खुशी और समृद्धि का स्वागत करता है.

बसंत उत्सव: बंगाल के कुछ हिस्सों में, मुख्य रूप से सैंटिनिकेटन, बीरबम, लोग बसंत उत्सव में संलग्न होते हैं. जहां वे होली के साथ गीत, नृत्य और भजनों का जाप करते हैं. यह पौराणिक लॉरिएट रबींद्रनाथ टैगोर द्वारा पेश किया गया था.

news-nation Holi Celebration Holi news Holi 2023 Holi 2023 Date Holi 2023 Shubh Muhurat Strange Holi celebration Banaras holi news nation holi
Advertisment
Advertisment
Advertisment