अब दिवाली है तो पटाखे ना फूटे. ये तो हो ही नहीं सकता. इसी चक्कर में कई बार हाथ भी जल जाता है. हाथ भी इतना जल जाता है कि हॉस्पिटल ले जाने की नौबत आ जाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बच्चे इतने ज्यादा खुश हो जाते है कि अक्सर पटाखे जलाते टाइम उनका ध्यान नहीं जाता. यही छोटी सी लापरवाही हादसों का कारण बन जाती है. लेकिन, परेशान मत होइए. और ना ही हॉस्पिटल और क्लिनिक्स की ओर भागने की जरूरत है. आपको बस एक उपाय करना है जिसके चलते आप अपने जख्मों को भर सकते है. तो, चलिए उन घरेलू उपायों पर नजर डाल लीजिए.
जले हुए हिस्से को कम से कम पंद्रह मिनट तक ठंडे पानी में रखना चाहिए. या जब तक दर्द बंद ना हो तब तक भी पानी में रख सकते है. कई बार ऐसा होता है कि ज्यादा जल जाते है तो इसके लिए घायल हिस्से पर किसी सॉफ्ट कपड़े को पानी में भिगोकर उस पर लगाना चाहिए जिससे कि दर्द कम हो सके. लेकिन, ध्यान रहे कि इसे बार-बार रगड़ना नहीं चाहिए. इसके साथ ही जला हुआ हिस्सा जब थोड़ा ठंडा हो जाए तो 15-20 मिनट बाद उस पर कोई ऑइनमेंट क्रीम लगाएं और उसे साफ और सूखे कपड़े या बैंडेज से कवर कर लें.
इसी में दूसरे नंबर पर तुलसी का रस आता है. पटाखे से जलने पर उस जगह तुलसी का रस लगाया जा सकता है. ऐसा करने से जली हुई जगह पर ठंडक मिलने के साथ-साथ जलन भी कम महसूस होती है. इसके अलावा जले का निशान भी गायब हो जाता है.
दिवाली के दिन पटाखों से कोई नुकसान न हो इसके लिए ये बहुत जरूरी है कि आप अपना फर्स्ट एड बॉक्स बिल्कुल तैयार रखें. जिससे आप तुरंत अपना इलाज कर सके. वहीं इस लिस्ट में नारियल का तेल भी आता है. नारियल का तेल काफी ठंडा होता है. अक्सर जलने के बाद सबसे पहले जली हुई जगह पर ये तेल लगाया जाता है. इस तेल को लगाने से जलन में आराम मिलता है.
कई बार ऐसा भी होता है कि पटाखे जलाते टाइम स्किन नहीं जलती बल्कि कपड़ो में आग लग जाती है. अगर कपड़ों में आग लग जाती है तो तुरंत जमीन पर खुद को रोल कर लें जिससे आग बुझ सके. इसके बाद जैकेट या कंबल से भी जले हुए इंसान को पूरी तरह कवर करना चाहिए और डॉक्टर को दिखाना चाहिए. पटाखे से जलने पर बहुत जरूरी है कि उस हिस्से से कपड़े या एसेसरीज को तुरंत हटाएं. किसी भी तरह का कपड़ा, अंगूठी, बेल्ट, जूता ऐसी कंडीशन में नुकसानदायक हो सकता है.