आज का दिन खास है! हर साल आज की तारीख यानि 19 अगस्त को पूरे विश्वभर में अंतर्राष्ट्रीय बो दिवस के तौर पर मनाया जाता है. बो दरअसल एक फैशन आभूषण है, जिसका अपना लंबा इतिहास रहा है. ये इंसानी पहनावे में सदियों से प्रभावशाली रहा है. इस खास दिन का मकसद हममें से प्रत्येकजन को बो पहनने के लिए प्रोत्साहित करना, साथ ही साथ इसकी सुंदरता और विशेषता के बारे में दुनिया को बतना है, जिससे लोग इसके प्रति आकर्षित हों...
तमाम सामग्रियों जैसे धागा, मखमली रिबन और राफिया से बनाया जाने वाला बो का बहुत लंबा इतिहास रहा है, जिसकी शुरुआत 17वीं सदी के क्रोएशिया से मिलती है. जहां प्रशिया युद्धों के दौरान, क्रोएशियाई के भाड़े के सैनिकों ने अपनी शर्ट के ऊपरी बटन को एक साथ रखने के लिए अपनी गर्दन के चारों ओर स्कार्फ बांध लिया. फ्रांसीसी के उच्च वर्ग ने जल्द ही इस स्टाइल को अरपा लिया और इसे एक नई पहचान 'क्रैवेट' दी. धीरे-धीरे 18वीं और 19वीं शताब्दी में 'क्रैवेट' का प्रचलन बढ़ गया और उसे वो रूप मिला, जिसे आज हम देखते-पहनते हैं.
बो टाई जरूरी...
सदी के अंत तक बो टाई पुरुषों के ऑफिशियल फूल ड्रेस का एक अनिवार्य चीज हो गई. बीसवीं सदी के अंत तक इसने अपनी जगह हर घर में बना ली, उस वक्त हर पुरुष इसे जरूर पहनता था. धीरे-धीरे इसे शिक्षाविदों और चिकित्सकों ने अपना लिया, जिसके बाद इसे एक विशेषाधिकार पहचान मिली, जिसके बाद ये लेटेस्ट फैशन का जरूर हिस्सा बन गई.
ऐसे में इस खास दिन का महत्व जरूर समझें. साथ ही इस खास दिन का जश्न बो बांधने की कला सीखकर, इसे अच्छी तरह पहनकर, इसके इतिहास और इस्तेमाल के प्रति लोगों को जागरूक कर के और इससे जुड़े पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर करके मना सकते हैं. अगर आप चाहें तो इस खबर को भी शेयर कर सकते हैं.
Source : News Nation Bureau